
नई दिल्ली । डिजिटल युग (digital age)में अक्सर ऐसा कहा जाता है कि सोशल मीडिया पर पोस्ट(Post on social media) की गई कहानियों (Stories)पर आंख मूंद कर विश्वास करना मूर्खता (foolish to believe)है। हाल ही में एक बार फिर यह कहावत सच होती दिखी। दरअसल बीते दिनों रूस से एक ऐसी ही घटना सामने आई। कुछ तस्वीरों को दिखा कर दावा किया गया कि एक शख्स ने लाखों की लक्जरी गाड़ी को कूड़े में फेंक दिया। दावा किया गया कि शख्स ने नई चमचमाती पोर्शे को डंप यार्ड में इसीलिए फेंक दिया क्योंकि उसकी गर्लफ्रेंड को यह तोहफा पसंद नहीं आया। हालांकि यह कहानी पूरी तरह से फेक साबित हुई।
सोशल मीडिया पर कुछ दिनों पहले एक पोर्श मैकन की तस्वीरें वायरल हुईं जो कूड़ेदान में पड़ी हुई थी। यह गाड़ी रूस के मॉस्को में फेंकी हुई दिखी थी। तस्वीरों में यह भी दिखा कि पोर्श की हेडलाइट गायब थी और उसके ऊपर गिफ्ट बांधने वाली रिबन लगी थी। pravilamag.ru जैसे कई स्थानीय मीडिया आउटलेट ने बताया कि एक पति ने अपनी पत्नी को वेलेंटाइन डे पर गिफ्ट देने के लिए यह गाड़ी खरीदी थी। खबरों के मुताबिक पति ने 3 मिलियन रूबल में यह सेकंड हैंड पोर्श खरीदी थी और इसे ठीक कराने की योजना बनाई थी ताकि वह इसे 14 फरवरी को अपनी पत्नी को दे सके। हालांकि उसकी पत्नी को यह गिफ्ट पसंद नहीं आया। उसके मना करने पर पति ने कथित तौर पर लक्जरी कार को डंपस्टर में फेंक दिया।
कुछ और निकली सच्चाई
यह कहानी जल्द ही झूठी साबित हो गई। दरअसल पिछले हफ्ते इस डंपस्टर के अंदर एक पोर्श मिली थी और यह जल्दी ही स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई। हालांकि पति पत्नी की कहानी मनगढ़ंत थी। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक कुछ ब्लॉगर्स ने वीडियो बनाने के लिए इस कार का इस्तेमाल किया था। एक चैनल ने बताया कि इंटरनेट पर शेयर हो रही कहानी झूठी है। मॉस्को के टीजी चैनल ने बाद में बताया कि पोर्श को फेंकने वाले लोगों पर कचरा प्रबंधन नियमों का उल्लंघन करने के लिए जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके बाद कार डंपस्टर से गायब हो गई।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved