img-fluid

जनकजी की पुष्पवाटिका में पहुंचे भगवान

September 30, 2024

  • राम-सिया के मांगल्य प्रसंग की लीला आज…

जबलपुर। बगियन की देखो बहार, बहार मोरे लाला..बहार मोरे रामजी..! कुछ इसी तरह के गायनमय संवाद से गोविंदगंज रामलीला के पात्रों ने श्रोताओं का दिल जीत लिया। गुरु विश्वामित्र की पूजन के लिए फूल तोडऩे पुष्पवाटिका पहुंचे। भगवान श्रीराम अनुज लक्ष्मण के संवादों ने भी मन मोह लिया। चुभ जैहें खार, कैसे सुमन तोड़ोगे..कहते हुए माली स्वयं भगवान को पुष्प तोड़ कर देना चाह रहे थे, पर प्रभु का कहना था कि गुरुवर की पूजन के लिए फूल की सेवा तो हम ही करेंगे। मंच के दोनों तरफ बड़ी संख्या में पुरुषों-महिलाओं ने पुष्प वाटिका गौरी पूजन सहित अन्य लीलाओं का आनंद लिया। बीच-बीच में जयश्रीराम का गगनभेदी उद्घोष गूंजा।


अलौकिक पुष्प वाटिका के दर्शन
गोविंद गंज रामलीला समिति के अध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया कि रामलीला 18 दिन होती है, लेकिन गौरीजी का मुकुट केवल गौरीपूजन के दिन धारण होता है। ये अपने आप में विलक्षण होता है। अंबे मैया के दर्शन के लिए भक्त लालायित थे। महामंत्री मनीष पाठक के निर्देशन में मैया का अलौकिक मंदिर और पुष्प वाटिका का निर्माण कराया गया। यहां गौरी पूजन करने आई मां सीताजी ने पूजन से पहले प्रभु को देखा और मैया से उन्हें वर के रूप में मांग लिया।

आज धनुष यज्ञ की लीला
अध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया कि आज सोमवार को गोविंदगंज में धनुष यज्ञ की लीला होगी। आज की लीला में रावण बाणासुर संवाद, जनक विषाद, लक्ष्मरण क्रोध, परशुराम-लक्ष्मण संवाद और राम-सिया के मांगल्य प्रसंग की लीला होगी। रविवार को मालियों ने श्रीराम से शानदार संवाद किए। माली बने राकेश पाठक, अतुल पांडे, शंकर शर्मा, राजकुमार गुप्ता सहित अन्य ने भगवान की करुणा, वात्सल्य और मिथिला के प्रति अपने मन का देशप्रेम बखूबी बयां किया।

Share:

  • हिंदु संगठनों की मांग... मंदिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त हो

    Mon Sep 30 , 2024
    जबलपुर। तिरूपति बालाजी में विवादित प्रसाद वितरण मामले में विश्व हिंदु परिषद बजरंग दल व अन्य संगठन द्वारा देश के सभी मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने के लिये रविवार को मालवीय चौक पर प्रदर्शन किया व एक विशाल जुलूस निकाला। इस प्रदर्शन में जबलपुर व आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी संगठन के […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved