
उज्जैन। शहर के एकमात्र शासकीय जिला ग्रंथालय को 43 सालों के बाद अपना नया भवन मिला है। अभी तक यह किराए के भवन में ही संचालित हो रहा था, लेकिन अब यह जल्द ही अपने नए भवन में शिफ्ट किया जायेगा। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। उल्लेखनीय हैं कि स्कूली शिक्षा विभाग के अन्तर्गत आने वाला यह शहर का एकमात्र सरकारी ग्रंथालय है। शासकीय जिला ग्रन्थालय का गठन 1980 में किया गया था। तभी से यह किराए के भवन में संचालित किया जा रहा हैं। 43 सालों से ना तो इसमें कोई सुधार का कार्य हुआ था और ना ही कोई सुविधाएं जोड़ी गई थी, लेकिन जिला शिक्षा विभाग द्वारा अब इसको नया भवन दिया जा रहा है। यह बहुत ही अत्याधुनिक होगा। यानी इसमें शिफ्ट होने के बाद जिला शासकीय ग्रंथालय पूरी तरह से वातानुकूलित हो जाएगा। ग्रंथालय को आधुनिक बनाने के लिए 80 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। अपने नए भवन में शिफ्ट होते ही यह ग्रंथालय ई-ग्रंथालय में बदल जाएगा। नए भवन में पंजीकृत सदस्य वाईफाई का इस्तेमाल तो कर ही पाएंगे। इसके अलावा पढ़ाई में मदद के लिए कंप्यूटर लैब भी बनाई जाएगी। इसमें करीब 10 कंप्यूटर रखे जाएंगे। इसके साथ ही यहां पढऩे के लिए हजारों नई किताबें भी मंगवाई जाएगी जो युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करेंगी। ग्रंथालय में पहले से ही जिले में सबसे ज्यादा 50 हजार किताबें हैं।
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