भावनगर/अहमदाबाद । सौराष्ट्र का सबसे बड़ा और भावनगर की जीवन रेखा कहलाने वाला शतरुंजी बांध पांच साल बाद एक बार फिर कल रात ओवरफ्लो गया। ओवरफ्लो होने के कारण बांध के गेट खोलने पड़े। पानी छोड़ने से निचले इलाकों सहित 17 गांवों कोअलर्ट किया गया है।
आसपास क्षेत्रों में भारी बारिश से देर रात शतरुंजी बांध के ओवरफ्लो होने लगा। तब बांध प्रबंधन ने पहले 8 गेट खोले गए और फिर बांध में 20 गेट खोल दिये गये। बांध में पानी छोड़ने से पहले निचले इलाके 17 गांव, जिनमें भैगाली, दतराड, पिंगली, टिमाना, सेवलिया, रॉयल, मखनिया, पार तलाजा, गोरखी, लिलीवाव, तरसारा और सार्तनपार, राजस्थली, लापलिया, लखावद, मायाधार और मेंधा गांवों को अलर्ट जारी किया गया है। सुबह पानी का स्तर कम होने पर सुबह 10 गेट बंद कर दिए गये। बांध के 10 गेट अभी भी 11 इंच तक खुले हैं, जिसमें से 807 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
भावनगर जिले की जीवन रेखा कहलाने वाले शतरुंजी बांध के पानी छोड़ने से भावनगर, पालिताना गारीधार में जल की समस्या हल हो गई। भावनगर जिले के कई गांवों में सिंचाई की समस्या भी हल हो गयी है।
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