
इंदौर। गोवा से इंदौर का सडक़ मार्ग से सुहाना सफर यात्रियों के लिए कल परेशानी का सबब बन गया। गोवा से परसों दोपहर निकली हंस ट्रेवल्स की बस को कल दोपहर इंदौर पहुंचना था, लेकिन रास्ते में खराबी के चलते यह बस कल दोपहर के बजाय 9 घंटे देरी से रात को इंदौर पहुंची। इस दौरान पूरे रास्ते यात्री परेशान होते रहे।
इंदौर के रहने वाले हेमंत शर्मा अपने परिवार के 6 लोगों के साथ 11 अगस्त को गोवा गए थे। 16 अगस्त को इंदौर वापस लौट के लिए उन्होंने हंस ट्रेवल्स की बस में बुकिंग की। 2700 प्रति सवारी की दर से टिकट बुक हुए। उन्होंने बताया कि बस तय समय पर दोपहर 1 बजे गोवा से रवाना हुई। इसे कल यानी 17 अगस्त को दोपहर 1 बजे इंदौर पहुंचना था। सफर का समय 24 घंटे था। लेकिन परसों शाम को कोल्हापुर के पहले घाट पर बस में कुछ तकनीकी खराबी आई। बस के एक स्टाफ ने पीछे से किसी गाड़ी की टक्कर की बात कही, वहीं एक अन्य स्टाफ ने बस के पिछले पहियों में तकनीकी खराबी की बात कही। घाट खत्म होने में बाद रात करीब 10.30 बजे कोल्हापुर के थोड़ा पहले बस को एक ढाबे पर रोका गया। यहां मैकेनिक भी बुलाया गया। यात्रियों को कहा गया कि बस का सुधार चल रहा है, तब तक यात्री कुछ खा-पी लें, क्योंकि अब बस पूरी रात कहीं नहीं रुकेगी। करीब 2 घंटे बाद बस यहां से रवाना हुई। लेकिन सुधार ठीक से ना हो पाने के कारण बस की गति बहुत ही धीमी थी और बस के चलते हुए झटके महसूस हो रहे थे। सुबह तक बस महाराष्ट्र में ही थी। धीमी गति से चलती बस का बीच में कहीं भी सुधार का प्रयास नहीं किया गया। ना ही यात्रियों की परेशानी देखने के बाद भी बस को बदल गया। यह बस दोपहर 1 बजे के बजाय रात 10 बजे इंदौर पहुंची इस दौरान पूरे रास्ते यात्री और खासतौर पर बच्चे परेशान होते रहे। उन्होंने बताया कि इंदौर पहुंचने पर ट्रेवल्स ऑफिस पर यात्रियों ने इसकी शिकायत भी की, लेकिन इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया, ना ही कोई संतोषजनक जवाब मिला। परेशान यात्री थक-हार कर घर लौट गए।
रास्ता खराब होने के कारण अक्सर आ रही परेशानी
इस मामले में हंस ट्रेवल्स के संचालक अरुण गुप्ता ने बताया कि बस के पिछले पहिए के बेरिंग में खराबी आई थी, जिसका सुधार किया गया था। इसी के चलते बस का आगमन लेट हुआ। उन्होंने बताया कि इस मार्ग की सडक़ें बहुत ज्यादा खराब होने के कारण अक्सर बसों में खराबी की स्थिति बन रही है। उन्होंने यात्रियों को हुए असुविधा के लिए खेद भी जताया।
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