
डेस्क: दुनिया में ट्रैफिक और पर्यावरण से बचने के लिए नए-नए आविष्कार किए जा रहे हैं. पर्यावरण बढ़ाने में बस, ट्रक, कार और बाइक का अहम योगदान है और दिन-बा-दिन सड़कों पर इनकी तादाद बढ़ती ही जा रही है. अब दुनिया में इस बढ़ती भीड़ से बचने के विकल्प आने शुरू हो गए हैं, जिसमें हवा में उड़ने वाली कार, पानी चलने वाली बस आदि आ रही हैं.
दक्षिण कोरिया ने नदी में चलने वाली बस का आविष्कार किया है. ये बस एल्युमिनियम मिश्र धातु से बने हैं. बस की वजह से प्रदूषण में गिरावट आएगी. बस के अंदर फ्राइड चिकन रेस्तरां और कॉफी शॉप जैसी सुविधाएं शामिल की गई है. इससे पहले ऐसा सोचा भी नहीं जा सकता था, लेकिन दक्षिण कोरिया के इंजीनियरों ने इसको सच कर दिखाया है.
24 फरवरी को दक्षिण ग्योंगसांग प्रांत के साचेओन से रवाना हुई दो हान नदी बसें 27 फरवरी को हान नदी पर येओइदो के पास पहुंचीं और कोरिया स्ट्रेट और येलो सी (जिसे कोरिया में दक्षिण सागर और पश्चिम सागर कहा जाता है) के माध्यम से तीन दिवसीय परीक्षण यात्रा पूरी की. इनकी अधिकारिक लॉन्च होने तक इनका परीक्षण जारी रहेगा, ताकि किसी भी खतरे से निपटा जा सके.
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