
आत्मशुद्धि और चिंतन की मौनी अमावस्या आज
इंदौर। माघ महीने की पुण्यदायिनी मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) आज मनाई जा रही है। मौनी अमावस्या पर पवित्र नदियों (Rivers) में स्नान (Bathing), दान-पुण्य के साथ मौन व्रत रखकर आत्मशुद्धि और चिंतन की परंपरा है।
शहर के प्राचीन शनिदेव मंदिर जूनी इंदौर, जवाहर मार्ग शनि मंदिर, पंचकुइया भोलेनाथ मंदिर, जबरेश्वर शिवाय राजबाड़ा सहित अन्य देवालयों में अभिषेक-अनुष्ठान आयोजित किए गए। वहीं एमआर10 मार्ग स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में सायंकाल महाआरती के बाद भक्तों को भोजन प्रसादी वितरण किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सभी अमावस्याओं में मौनी अमावस्या को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन लगाई गई आस्था की डुबकी मोक्ष का मार्ग मानी जाती है और कहते हैं कि इससे सभी पाप धुल जाते हैं।
हजारों श्रद्धालु पहुंचेंगे शिप्रा में स्नान करने
शिप्रा में स्नान का विशेष महत्व है। ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की संभावना है। मौनी अमावस्या पर अन्नदान, वस्त्रदान और अन्नदान का भी विशेष महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पितरों के निमित्त धूप-दीप जलाना, तर्पण और पिंडदान करना चाहिए। इसके साथ ही वस्त्रदान, अन्नदान और पात्रदान का संकल्प लेकर ब्राह्मणों को दान देना चाहिए। मौनी अमावस्या की तिथि को ही महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान आयोजित हो रहा है। ऐसे में प्रयागराज में काफी भीड़ बढऩे की संभावना है।
स्नान-दान का समय
29 जनवरी का दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान और दान के लिए सबसे उत्तम समय माना गया है। अगर मुहूर्त की बात करें तो 29 जनवरी को प्रात: 05.25 बजे से 06.18 बजे तक ब्रह्म मुहूर्त था। अगर आप सुबह स्नान और दान नहीं कर पा रहे हैं तो दोपहर 2.22 बजे से 03.05 बजे तक विजय मुहूर्त लग रहा है, ऐसे में आपको पुण्य मिलेगा। इसके अलावा शाम 05.55 बजे से 06.22 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त है। इस दौरान भी अगर आप स्नान और दान करते हैं तो भी उत्तम रहेगा।
हिंदू पंचांग के मुताबिक
माघ माह में अमावस्या की तिथि 28 जनवरी को रात 7.35 बजे शुरू हो गई, जो 29 जनवरी की शाम 06.05 बजे तक रहेगी। हिंदू धर्म में हमेशा शुभ तिथियों को उदयातिथि से महत्व दिया जाता है। ऐसे में मौनी अमावस्या 29 जनवरी को मनाई जाएगी।
राहूकाल में न करें स्नान-दान
मौनी अमावस्या के दिन ही सुबह 11.34 बजे से राहूकाल लग जाएगा, जो दोपहर 01.55 बजे तक रहेगा। ऐसे में इस दौरान किसी भी व्यक्ति को स्नान और दान नहीं करना चाहिए। हिंदू धर्म में राहूकाल के दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से वर्जित किया गया है। ऐसे में इस समय स्नान और दान बिलकुल भी न करें।
इन चीजों का दान फलदायी
मौनी अमावस्या पर दान करने का खास महत्व होता है। इस दिन काले तिल, अनाज और वस्त्र और जरूरतों की चीजों का दान करना फलदायी माना गया है। कहा जाता है कि दान करने वाले पर खासतौर पर मां लक्ष्मी की खास कृपा बरसती है।
आज शिववास और सिद्धि योग
मौनी अमावस्या पर आज दुर्लभ शिववास योग और सिद्धि योग का संयोग बन हुआ है। आज चंद्रमा, सूर्य और बुध मकर राशि में त्रिवेणी संयोग बना रहे हैं। इन शुभ संयोगों के बीच जब साधक पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लेगा तो उसके सारे पाप नष्ट हो जाएंगे।
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