आईसीएमआर (ICMR) और शनल टास्क फोर्स फॉर कोविड-19 (Covid19) के एक्सपर्ट के मुताबिक कोविड के बाद अगर व्यक्ति नॉन-अर्जेंट या इलेक्टिव सर्जरी करवाना चाहता है तो सर्जन उससे पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाने के लिए कहेंगे। लेकिन, भले ही वह उस दौरान कोविड से ठीक हो चुके हों फिर भी उनके शरीर में वायरस का मृत हिस्सा मौजूद रह सकता है, जो कि नुकसानदेह तो नहीं होता, लेकिन उसके चलते टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आ सकती है। जबकि, कोविड के दोबारा इंफेक्शन की बात 102 दिन बाद की जांच से ही कंफर्म हो सकती है। इसलिए संक्रामक बीमारी विशेषज्ञ संजय पुजारी ने टीओआई से बातचीत में यहां तक सलाह दी है कि ज्यादा जरूरी न होने पर ऐसी सर्जरी के लिए यह वक्त गुजर जाने देना ही सही है।
कोविड मरीजों की सर्जरी में खास सावधानियां जरूरी
हालांकि, इमरजेंसी सर्जरी के मामले में चाहे वो कोविड मरीजों की बात हो या उससे स्वस्थ हो चुके लोगों की एक्सपर्ट ने उसे तत्काल सभी सावधानियों के साथ कराने की सलाह दी है। डॉक्टर पुजारी ने कोविड से उबरे लोगों की सर्जरी से पहले की जांच में कुछ खास चीजों की अहमियत पर खास जोर दिया है। मसलन, उन्होंने कार्डियोपल्मोनरी सिस्टम पर विशेष ध्यान देने जाने की बात की है। उनके मुताबिक, ‘जिन मरीजों को कोविड हुआ हो, उनमें थकान, सांस में कमी और छाती में दर्द के लक्षण बचे रहना सामान्य है। ये लक्षण जांच के 60 दिन से भी ज्यादा समय तक मौजूद रह सकते हैं।’ उन्होंने ऑपरेशन से पहले अमेरिकन सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजी की गाइडलाइंस के मुताबिक रिस्क एसेस्मेंट की भी एडवाइस दी है।
कोविड में जैसे थे लक्षण, उसी के मुताबिक सर्जरी के लिए करें इंतजार
कुछ डॉक्टरों की तो यहां तक सलाह है कि कोविड से ठीक हुए लोगों का 102 दिनों के अंदर फिर से जांच करवाना समय की बर्बादी है और इससे चिंता ही बढ़ती है। इस तरह से डॉक्टरों ने कोविड मरीजों की जरूरत के मुताबिक सर्जरी के लिए समय-सीमा की लिस्ट तैयार की है-
- बिना लक्षणों वाले कोविड मरीज सर्जरी के लिए 4 हफ्तों का इंतजार करें।
- हल्के लक्षणों वाले कोविड मरीजों को 6 हफ्तों तक इंतजार करना चाहिए।
- गंभीर बीमारियों वाले जो मरीज अस्पताल में रहे हों, उन्हें 8 से 10 हफ्तों तक सर्जरी नहीं करवानी चाहिए।
- कोविड के जिन मरीजों को आईसीयू में रहना पड़ा हो, वो सर्जरी के लिए 12 हफ्तों का इंतजार करें।












