
नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी इक्रा (rating agency ikra) ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही (Second quarter of FY 2021-22) में जीएसटी संग्रह, बिजली खपत और ई-वे बिल समेत 15 उच्च आवृत्ति संकेतकों में आधे में महामारी से पूर्व के स्तर से सुधार देखने को मिल रहा है। ऐसे में दूसरी तिमाही (second quarter) में सकल घरेलू उतपाद (जीडीपी) 7.7 फीसदी (Gross Domestic Product (GDP) 7.7 percent) की दर से बढ़ सकती है।
हालांकि, रेटिंग एजेंसी ने गुरुवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा कि सितंबर, 2021 के आंकड़े उतने अच्छे नहीं है, जिससे पता चलता है कि सुधार अभी भी असमान है। इसे बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी के प्रकोप से बाहर निकलती हुई दिख रही है, जिससे दूसरी तिमाही में जीडीपी 7.7 फीसदी की दर से बढ़ सकती है।
इक्रा रेटिंग की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि आधार प्रभाव, आपूर्ति पक्ष की बाधाओं और अतिरिक्त बारिश ने सितंबर में 15 उच्च आवृत्ति संकेतकों में से अधिकांश के प्रदर्शन को कम कर दिया है। लेकिन, पहली तिमाही के मुकाबले दूसरी तिमाही में पुनरुद्धार में तेजी हुई है।
उल्लेखनीय है कि रेटिंग एजेंसी इक्रा ने वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को पहले ही बढ़ाकर 09 फीसदी कर दिया है। इक्रा ने इससे पहले आर्थिक विकास दर 8.5 फीसदी पर रहने का अनुमान जताया था। इसके अलावा आरबीआई ने भी चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 9.5 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान जताया है। (एजेंसी, हि.स.)
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