
नई दिल्ली । निर्दलीय सांसद पप्पू यादव (Independent MP Pappu Yadav) ने कहा कि बिहार में अगर जरूरत पड़ेगी (If needed in Bihar) तो सभी सदस्य इस्तीफा दे देंगे (All Members will Resign) । बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने के संकेत दिए जाने पर पप्पू यादव ने यह बात कही ।
निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा, “तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता हैं और वे इस पर (एसआईआर) सभी से बात करेंगे। हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण सर्वोच्च न्यायालय और सदन है। सदन सर्वोच्च है और यहीं से संविधान बनता है। जब कभी कोई संविधान के ऊपर हो जाए तो फिर सदन में उस पर चर्चा होगी। मैं मानता हूं कि कोई भी सुपर पावर इस देश में सदन से ऊपर नहीं है। अगर जरूरत पड़ेगी तो सभी लोग इस्तीफा देंगे और फिर इस मुद्दे पर बात होगी।”
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने तेजस्वी यादव के बयान पर कहा, “चुनाव आयोग एक राजनीतिक संस्था बन गया है। भाजपा जिस-जिस को बोलेगी, उसे ही वोटर लिस्ट में रखा जाएगा और जिसे मंजूर नहीं किया जाएगा, उसका नाम हटा दिया जाएगा। इसलिए वे संसद में हमारे मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं कर रहे हैं।”
कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने तेजस्वी यादव के बयान पर कहा, “अगर चुनाव लूट लेना है और पहले ही सबकुछ तय हो जाना है तो चुनाव लड़कर भी कोई क्या करेगा? मैं मानता हूं कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है और चुनाव आयोग को होश में आना चाहिए। अगर वे सरकार की कठपुतली बनकर चलेंगे तो देश में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं बचेगी।”
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “एसआईआर लोकतंत्र की बुनियाद में सेंध लगा रहा है। हर बार बुनियादी चुनावी सुधारों में संशोधन किया गया है, नए लोगों को केवल अपना पहचान प्रमाण दिखाने की आवश्यकता होती है। जदयू सांसद गिरधारी यादव ने भी दावा किया कि उन्हें सभी दस्तावेज इकट्ठा करने में काफी समय लगा है, इसलिए आम लोगों की स्थिति पर विचार करना चाहिए।”
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने तेजस्वी यादव के बयान का जिक्र करते हुए कहा, “बिहार में जो कुछ हो रहा है, उसे लेकर तेजस्वी यादव की चिंता स्वाभाविक है। जब पत्रकार इन मुद्दों को उजागर करते हैं और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाती है, तो इससे पता चलता है कि सिस्टम में कहीं न कहीं कुछ अव्यवस्था है। अगर उन्होंने इस तरह की चिंता व्यक्त की है तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में पूरा विपक्ष उनका साथ दे। मुझे लगता है कि विपक्ष को एकजुट रहना चाहिए।”
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी, सदन को चलने नहीं दे रही है। वे बाहर आकर कहते हैं कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा, लेकिन संसद के अंदर राहुल गांधी चर्चा में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। वे मतदाता सूची के संशोधन से क्यों भाग रहे हैं? हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष इससे बचता है। ऐसा लगता है कि वे जनता के वोटों से डरे हुए हैं।”
तेजस्वी यादव के बिहार विधानसभा चुनाव को बायकॉट करने वाले बयान पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा, “तेजस्वी यादव ने चुनाव बहिष्कार का बयान दिया है। इसके दो अर्थ हैं: पहला यह है कि उन्होंने स्वीकार कर लिया है कि वह चुनाव हार रहे हैं या फिर इस पर बड़ी राजनीति है। मुझे लगता है कि उन्हें हार के बड़े संकेत दिख रहे हैं और इसलिए वे इस प्रक्रिया से पहले ही बाहर हो जाना चाहते हैं।”
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