कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में रूस को लेकर कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर युद्ध को नहीं रोका गया तो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Putin) युद्ध को और गहरा करेंगे। जेलेंस्की ने कहा कि रूस की आक्रामकता केवल यूक्रेन तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अन्य देशों तक फैलेगी।
जेलेंस्की ने कहा कि दुनिया इतिहास की सबसे विनाशकारी हथियारों की दौड़ से गुजर रही है। उनके अनुसार, अब हथियार तय करते हैं कि कौन जीवित रहेगा। उन्होंने स्वायत्त ड्रोन और एआई आधारित हथियारों को पारंपरिक युद्ध से अधिक खतरनाक बताते हुए वैश्विक नियम बनाने का आह्वान किया।
जेलेंस्की के भाषण से ठीक पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार कहा कि यूक्रेन अपने सभी क्षेत्रों को वापस जीत सकता है। यह बयान उनके पिछले रुख से अलग है, जिसमें उन्होंने जमीन अदला-बदली को शांति की शर्त बताया था। ट्रंप ने रूस को पेपर टाइगर कहा, जिस पर क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने पलटवार करते हुए कहा कि रूस कोई बाघ नहीं, बल्कि भालू है और कागजी भालू जैसी कोई चीज नहीं होती।
जेलेंस्की ने चेताया कि यूरोप मोल्दोवा को रूस के प्रभाव में जाने का जोखिम नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा कि पश्चिम पहले ही जॉर्जिया और बेलारूस को पुतिन के प्रभाव क्षेत्र से बचाने का मौका गंवा चुका है। मोल्दोवा की प्रेसीडेंट माया सांडू ने रूस पर हिंसा और भय फैलाने के लिए करोड़ों यूरो झोंकने का आरोप लगाया है। हाल ही में नाटो सदस्य एस्टोनिया, पोलैंड और रोमानिया ने रूसी विमानों और ड्रोन के हवाई अतिक्रमण की शिकायत की है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। यह ट्रंप और पुतिन की अलास्का बैठक के बाद दोनों देशों के बीच सबसे उच्चस्तरीय संपर्क माना जा रहा है।
जेलेंस्की ने UN की प्रासंगिकता पर भी सवाल उठाया और कहा कि गाजा, सीरिया और यूक्रेन जैसे संकटों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय केवल बयान पर बयान ही देता रहा है। उन्होंने सुरक्षा परिषद की संरचना पर नाराजगी जताई, जहां रूस स्थायी सदस्य होने के कारण बार-बार वीटो का इस्तेमाल करता है।
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