img-fluid

प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो गई तो खटाई में पड़ जाएगी नियुक्ति

January 23, 2025

भाजपा के इंदौर के अध्यक्ष को लेकर सभी खामोश

इंदौर । भाजपा (BJP) के इंदौर (Indore) शहर और जिला इकाई के अध्यक्ष (president) की नियुक्ति के मामले में सभी नेता (Leader) अब खामोश हो गए हैं। इसके साथ ही इंदौर के नेताओं को यह डर भी सता रहा है कि यदि प्रदेश अध्यक्ष (State President) के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो गई तो इंदौर शहर और जिला इकाई के अध्यक्ष की नियुक्ति खटाई में पड़ जाएगी।



भाजपा के बड़े नेताओं के बीच इंदौर के शहर और जिला अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कई दौर की बातचीत होने के बावजूद मामला अभी सुलझा नहीं है। यही कारण है कि हर दिन घोषणा होने का दावा तो किया जाता है, लेकिन दिन गुजर जाता है और दावा पूरा नहीं हो पता है। अब तक इंदौर की राजनीति में अपनी ताकत लगा रहे नेता भी अब तो खामोश होने लगे हैं। वह नेता जो यह दावा करते हुए नहीं थकते थे कि बस सब कुछ हो गया है, अब आज घोषणा हो जाएगी, उन नेताओं को भी यह लगने लगा है कि इंदौर में नियुक्ति का मामला अब टल गया है। इंदौर में भाजपा के इन दोनों प्रमुख पदों पर अपने समर्थक को बैठाने के लिए ताकत लगाने वाले नेता अभी भी ताकत लगा रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं कि एक या दो दिन के अंदर नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो जाए।
इंदौर के भाजपा नेताओं को यह चिंता भी सता रही है कि यदि प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो गई तो फिर इंदौर के अध्यक्षों की नियुक्ति का मामला खटाई में पड़ जाएगा। फिर प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया के बीच में नियुक्ति की घोषणा होना मुश्किल रहेगा। ऐसे में यह नेता चाहते हैं कि प्रदेश के निर्वाचन अधिकारी भोपाल पहुंचें और चुनाव की प्रक्रिया शुरू करें उसके पहले ही घोषणा हो जाए तो अच्छा है। यदि अभी घोषणा नहीं हो पाई तो फिर नए प्रदेश अध्यक्ष के आने के बाद तो फिर से नए समीकरण बन जाएंगे।

सुनो सबकी…करो मन की
इस बार भाजपा में अध्यक्षों की नियुक्ति में ‘सुनो सबकी, करो मन की’ कहावत सही साबित हो रही है। भाजपा द्वारा बनाए गए कार्यक्रम के अनुसार सबकी राय लेने का काम बराबर पूर्व की तरह किया गया। जो लोग राय दे रहे थे उन्हें यह भरोसा भी दिलाया गया कि उनकी राय के आधार पर ही बहुमत देखकर फैसला लिया जाएगा। यह सब बातें कहने और सुनने की ही रहीं। जिन जिलों में अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है वहां भी बड़े नेताओं के बीच समन्वय के आधार पर नाम घोषित हुए हैं।

Share:

  • रालामंडल में पर्यटकों की संख्या और आमदनी घटी

    Thu Jan 23 , 2025
    पिछले 3 सालों में लगातार लगभग 350 वन्य जीवों वाले तीन सालों में सबसे कम पर्यटक पिछले साल आए इंदौर । रालामंडल अभयारण्य (Ralamandal Sanctuary) में पर्यटकों (Tourists) की संख्या और राजस्व (Revenue) लगातार घटता हुआ नजर आ रहा है। वन विभाग के रिकार्ड अनुसार साल 2022 में 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक जहां […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved