
डेस्क: भारतीय रेलवे (Indian Railways) में यात्रा (Traveling) करने वाले यात्रियों (Passengers) को रेलवे (Railway) की ओर से बनाए गए कुछ नियमों का पालन करना होता है. यह नियम यात्रा शुरू होने से पहले टिकट (Ticket) की बुकिंग (Booking) से लेकर यात्रा खत्म होने तक मानने होते हैं. रेलवे के जरिए देश में रोजाना करोड़ों लोग सफर करते हैं. इनमें कुछ लोग तो नॉर्मल टिकट बुक करवाते हैं तो कुछ लोग तत्काल (Tatkal) में टिकट बुक करवाते हैं.
हाल ही में भारतीय रेलवे की ओर से तत्काल बुकिंग करने वाले यूजर्स के लिए नियमों में बदलाव कर दिया गया है. अब तत्काल बुकिंग की सुविधा बहुत से लोगों के लिए बंद हो जाएगी. अगर आप भी तत्काल बुकिंग करना चाहते हैं तो इस काम को पहले ही पूरा कर लें. तुरंत आपको मिल जाएगा कंफर्म टिकट. अगर आप भारतीय रेलवे से सफर करने के लिए अक्सर तत्काल सेवा का इस्तेमाल करते हैं तो फिर यह खबर आपके लिए है.
बता दें अब भारतीय रेलवे की ओर से तत्काल बुकिंग के नियमों में बदलाव कर दिया गया है. जो कि 1 जुलाई से लागू हो जाएंगे. अब कोई भी आईआरसीटीसी यूजर तत्काल बुकिंग का लाभ तभी ले पाएगा जब उसके आईआरसीटीसी अकाउंट से आधार ऑथेंटिकेशन पूरा हो जाएगा. बता दें रेलवे ने बुकिंग में हो रहे फर्जीवाड़े और फर्जी आईडी के इस्तेमाल को रोकने के लिए यह कदम उठाया है. जब आप ऑनलाइन आईआरसीटीसी वेबसाइट या ऐप के जरिए तत्काल बुकिंग करेंगे तो आपको पहले आधार ऑथेंटिकेशन की प्रक्रिया पूरी करनी होगी. उसके बाद ही आप तत्काल बुकिंग कर पाएंगे.
अक्सर देखा गया है कि तत्काल बुकिंग करते वक्त लोग जानकारी भरते रह जाते हैं. तत्काल टिकट गायब हो जाती है. इसलिए अगर आप अपने आईआरसीटीसी अकाउंट में मास्टर लिस्ट बना कर रखते हैं. तो आपको जानकारी दर्ज नहीं करनी होगी. आपको सिर्फ पैसेंजर के नाम पर क्लिक करना होगा और जानकारी खुद-ब-खुद दर्ज हो जाएगी. इससे आपका वक्त बचेगा जिससे आपको कंफर्म टिकट मिलेंगे चांस बढ़ जाएंगे. ता दें एसी क्लास तत्काल बुकिंग के लिए सुबह 10 बजे पोर्टल खुल जाता है. तो वहीं स्लीपर के लिए 11 बजे का समय तय है. आप पोर्टल ओपन होने से कुछ देर पहले ही लाॅगिन कर लें. इससे आपको लाॅगिन करते वक्त दिक्कत नहीं होगी.
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