इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने पीओजीबी (POGB) के मुख्यमंत्री गुलबर खान (Gulbar Khan) और विधानसभा के 11 अन्य सदस्यों को औपचारिक रूप से निष्कासित कर दिया है। इन पर अलग ग्रुप बनाने और पार्टी के निर्देशों की अवहेलना करने का आरोप है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, 5 सितंबर को जारी निष्कासन पत्र के साथ यह कार्रवाई तत्काल प्रभाव से लागू हो गई। पीटीआई ने ‘पार्टी नीतियों के स्पष्ट उल्लंघन’ का हवाला देते हुए कहा कि इससे पार्टी की छवि और हितों को नुकसान पहुंचा।
रिपोर्ट के अनुसार, निष्कासित सदस्यों में सीएम गुलबर खान, अब्दुल हमीद, हाजी शाह बेग, मुश्ताक अहमद, सैयद अमजद अली जैदी, शमसुल हक लोन, दिलशाद बानो, राजा नासिर अली खान मकपून, सुरैया जमान, राजा आजम खान अमाचा और राजा फजल रहीम शामिल हैं। पीटीआई ने इन सदस्यों को पार्टी का नाम, झंडा या मंच इस्तेमाल करने से मना किया और ऐसा करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। साथ ही, पूर्व पीओजीबी गवर्नर राजा जलाल हुसैन मकपून को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जिसमें उन पर पार्टी के खिलाफ साजिश और आंतरिक विद्रोह को बढ़ावा देने का आरोप है। उन्हें दो दिनों में लिखित जवाब देने को कहा गया है।
2023 में गुलबर खान बने थे सीएम
जुलाई 2023 में, पीओजीबी मुख्य न्यायालय ने पूर्व मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान को फर्जी कानून डिग्री के लिए अयोग्य ठहराया था, जिसके बाद गुलबर खान ने मुख्यमंत्री का पद संभाला। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, खुर्शीद के इस्तीफे से क्षेत्र में राजनीतिक उथल-पुथल मची। उस दौरान पीटीआई के कई सांसदों ने पार्टी छोड़कर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के समर्थन से नई गठबंधन सरकार बनाई थी।
रिपोर्टों के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पीपीपी नेतृत्व ने गुलबर के चुनाव से पहले उनके नामांकन का समर्थन किया था। हालांकि, पीटीआई ने इस कदम की कड़ी निंदा की और इसे पीओजीबी में जनादेश की ‘दिनदहाड़े लूट’ करार दिया। इसके बाद पार्टी ने दलबदलुओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिनमें गुलबर खान, अमजद जैदी, शम्स लोन, अब्दुल हमीद, दिलशाद बानो, हाजी शाह बेग, सुरैया जमान और राजा फजल रहीम शामिल थे। अब इन सभी को आधिकारिक तौर पर निष्कासित कर दिया गया है।
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