
पहले महापौर ने हल्ला मचाते हुए जांच कमेटी बनाई, फिर केवल हिदायत
इंदौर। इंदौर (Indore) नगर निगम (Municipal council) के अधिकारियों द्वारा गणेशगंज (Ganeshganj) में रविशंकर मिश्रा (Ravi Shankar Mishra) के घर पर जाकर की गई बदले की कार्रवाई को लेकर पहले तो महापौर ने हंगामा मचाते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई और बाद में तीनों अफसरों को मात्र निंदा कर बख्श दिया।
महापौर परिषद के सदस्यों की कमेटी की जांच रिपोर्ट कल बैठक में रखी गई, जिसमें अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया और अन्य अधिकारियों को दोषी ठहराया गया था। इस रिपोर्ट पर कल महापौर परिषद की बैठक में चर्चा हुई। इस चर्चा के बाद महापौर परिषद द्वारा इस तरह की गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों की निंदा की गई और पूरे मामले को समाप्त कर दिया गया। अधिकारियों को चेतावनी दी गई कि आगे से इस तरह की घटना न हो, इस बात का ध्यान रखें। वर्ष 2017 में जब नगर निगम द्वारा गणेशगंज में सडक़ को चौड़ा करने के लिए मकान तोड़े गए थे। उस समय पर मिश्रा का भी मकान तोड़ा गया था। इससे आहत मिश्रा द्वारा न्यायालय में नगर निगम के खिलाफ 2 करोड़ रुपए का मुआवजे का मुकदमा लगाया गया था।