
इंदौर। मार्च अंत से शुरू जीरो टॉलरेंस की कार्रवाई ने वाहन चालकों को कितना नियमपालन करना सिखाया ये तो इंदौर की सडक़ों पर चल रहे वाहन बता ही रहे हैं, लेकिन इस कार्रवाई ने यातायात पुलिस के खजाने को जरूर भर दिया है। बीते छह महीने में यातायात पुलिस चालानी कार्रवाई से 2 करोड़ 91 लाख 80 हजार 500 रुपए वसूल चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा चालान बिना हेलमेट और नंबर प्लेट के बनाए गए हैं। बीते साल जून तक हुई कार्रवाई से चालान का आंकड इस साल दोगुना से ज्यादा है।
यातायात पुलिस ने मार्च अंत से शहर के प्रमुख चार बड़े चौराहों पर जीरो टॉलरेंस शुरू किया था, जो बाद में आठ चौराहों पर किया गया। इसमें नियम तोडऩे वालों के चालान बनाने के साथ ही उन्हें अलग-अलग तरह की सजा देकर नियमपालन करने के लिए जागरूक किया गया। इस साल अब तक विभाग 67 हजार 830 चालान बना चुका है, जिसमें सबसे ज्यादा चालान 34161 बिना हेलमेट के बनाए गए हैं।
इसके बाद 10305 नंबर प्लेट के और फिर 6520 संकेत उल्लंघन के, जबकि पिछले साल जनवरी 2024 से जून 2024 तक विभाग ने 30 हजार 89 चालान बनाकर 1 करोड़ 28 लाख 35 हजार 250 का समन शुल्क वसूला था। यानी विभाग ने पिछले साल के मुकाबले अब तक इस साल 1 करोड़ 63 लाख 45 हजार 250 का समन शुल्क ज्यादा वसूला है। विभाग ने इस साल तीन सवारी के 1575, सीट बेल्ट के 2311, ब्लैक फिल्म के 3491 और शराब के 492 चालान के अलावा अन्य धाराओं में चालान बनाए हैं।
वसूली में आईटीएमएस पीछे
यातायात पुलिस का जोर आईटीएमएस के बने चालानों के शुल्क को वसूलने में हैं। इसके लिए विभाग और स्मार्ट सिटी मिलकर एजेंसी के साथ सिस्टम को आसान बनाने में लगे हैं। फिलहाल पीओएस मशीन से भी हर चौराहे पर चालान भरे जा रहे हैं, लेकिन हर दिन बनने वाले औसत चालानों के मुकाबले भरने वालों की संख्या एक से दो फीसदी ही है, जिसके चलते चालानों का समन शुल्क करोड़ों में बकाया है। इसके लिए विभाग रियल टाइम एक्शन फॉर्मूला भी लागू कर चुका है, लेकिन बल की कमी के कारण ये भी सफल नहीं हुआ।
आंकड़ों पर एक नजर
माह 2024 2025
जनवरी 4434 8335
फरवरी 3847 10009
मार्च 5474 14622
अप्रैल 5167 14126
मई 5160 10547
जून 6007 10191
टोटल 30089 67830
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