
31 दिनों में 4448 को कुत्तों सहित जीव-जंतु, जानवर, कीड़ों ने काटा
पहली बारनाबालिग,महिला, पुरुष पीडि़तों के आंकड़े उजागर
इंदौर । प्रदीप मिश्रा
अक्टूबर में आवारा कुत्तों (stray dogs), बंदर (monkeys), बिल्ली (cats), चूहों सहित अन्य जीव-जंतु, जानवर और कीड़ों ने 4 हजार 448 रहवासियों को अपने गुस्से का शिकार बनाते हुए काट-नोंचकर घायल कर दिया। इन सभी को हुकमचंद क्लिनिक में इलाज के दौरान एंटी-रैबिज वैक्सीन (Anti-rabies vaccine), एंटी-इंफेक्शन इंजेक्शन लगाए गए हैं।
एंटी-रैबिज और एंटी-इंफेक्शन वैक्सीन और इंजेक्शन लगवाने वाले 4448 पीडि़तों में से पुरुष पीडि़तों की संख्या जहां 2811 है, वहीं महिला पीडि़तों की संख्या 882 और नाबालिग पीडि़त बच्चों की संख्या 754 है। जिला स्वास्थ्य विभाग का हुकमचंद पॉली क्लिनिक पहला ऐसा अस्पताल बन गया है, जो एंटी-रैबिज वैक्सीन और एंटी-इंफेक्शन इंजेक्शन लगवाने वाले महिला, बच्चे और पीडि़त पुरुषों के अलग-अलग आंकड़े की रिपोर्ट बनाकर शासन-प्रशासन को भेज रहा है ।
कुत्तों का आतंक जारी
अक्टूबर माह में आवारा कुत्तों ने 2 हजार 528 पुरुष, 724 महिलाओं सहित 690 नाबालिग बच्चों को भी अपना शिकार बनाते हुए घायल किया। इस तरह 31 दिनों में कुल 3 हजार 942 नागरिक आवारा कुत्तों की बाइट का शिकार बने।
बिल्लियां भी कम नहीं
रैबिज वैक्सीन लगवाने वालों में बिल्ली से पीडि़त भी शामिल हैं। बिल्लियों ने 132 पुरुष ,92 महिला और 37 नाबालिग बच्चों को नोंचते-काटते हुए घायल कर दिया। इस तरह अक्टूबर में कुल 261 रहवासी बिल्ली के गुस्से का शिकार बने।
बंदरों ने भी खूब सताया
आवारा कुत्ते, बिल्ली के अलावा बंदर भी नोंचने-काटने के मामले में कतई पीछे नहीं हैं। इन्होंने भी पिछले माह में 43 को घायल किया। घायलों में 22 पुरुष, 14 महिला, 7 नाबालिग बच्चे शामिल हैं।
चूहों ने 178 को कुतर डाला
रहवासियों को सताने में कुत्ते, बिल्ली, बंदर के अलावा चूहे भी शामिल हैं। इन्होंने भी 113 पुरुष, 48 महिला और 17 नाबालिग बच्चों के अंगों को कुतरा और भाग निकले । पिछले महीने कुल 178 को कुतरकर घायल कर दिया।
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