
इंदौर। ग्राम रिंगनोदिया तहसील सांवेर के किसानों ने कॉलोनाइजरों द्वारा जमीनों पर अवैध अतिक्रमण करने के साथ-साथ पारंपरिक नाले पर ही बाउंड्रीवॉल बनाकर पानी रोके जाने की शिकायत दर्ज कराई है। 3.421 हेक्टेयर की भूमि पर खेती खराब होने की कगार पर आ गई है। अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लेकर उक्त मामले की जांच एसडीएम व तहसीलदार को सौंप दी है। तेजी से विकास कर रहे इंदौर में चारों ओर कॉलोनी काटने का जाल बेच चुका है। कॉलोनाइजरों द्वारा अवैध निर्माण की शिकायतें भारी तादाद में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच रही हैं। उसके बावजूद भी इन पर लगाम नहीं लग पा रही है।
हाल ही में कलेक्टर द्वारा एफआईआर दर्ज कराने और रजिस्ट्री निरस्त करने जैसे सख्त कदम उठाने के बाद भी कलेक्टर कार्यालय में पीडि़त पहुंचने लगे हैं। राजेश पिता मांगीलाल, सुधीर पिता मांगीलाल कुमावत निवासी ग्राम रिंगनोदिया तहसील सांवेर ने अपनी जमीन कृषि भूमि सर्वे नम्बर 11, 15/2, 12/1, 57, 58 कुल रकबा 3.421 हेक्टेयर की फसल कॉलोनाइजरों द्वारा बर्बाद किए जाने की शिकायत दर्ज कराई है।
आवेदक ने बताया कि कृषि भूमि के पास में तिरूमला अरिहंत कालोनी निलेश मालपानी व अन्य द्वारा काटी जा रही है। उक्त क्षेत्र में एक पारंपरिक नाला सालों से बहता रहा है, जिसमें कृषि भूमि में बारिश का पानी नाले से होते हुए उक्त तिरूमला अरिहंत कालोनी की ओर जाता है, परन्तु उक्तकालोनाइजर द्वारा कालोनी की बाउन्ड्रीवॉल बनाकर पारम्परिक नाले को बूरकर दीवार बनाई जा रही है। किसानों के अनुसार यदि उक्त कालोनी वालों को दीवार बनाने से रोका नहीं गया तो बारिश का पानी सभी कृषकों की कृषि भूमि पर जमा हो जाएगा, जिससे फसल पूर्ण: नष्ट हो जाएगी। फिलहाल जैसे-तैसे किसान अपनी फसल को बचा रहे हैं, लेकिन यदि कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आर्थिक नुकसान किसानों को होगा।
इंजीनियर भी धमका रहा
किसानों ने लिखित में आवेदन देने के बाद अधिकारियों को बताया कि उनके द्वारा कालोनी के इंजीनियर से बात की गई कि नाले का पानी बंद मत करो तो उक्त कालोनाइजर व इंजीनियर द्वारा धमकाते हुए कहा गया कि हम तो हमारी बाउन्ड्रीवॉल बनाएंगे, तुम कौन होते हो हमें मना करने वाले, हम तो बनाएंगे। हमारी शिकायत जहां करना हो, वहां कर दो। शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए हैं। एसडीएम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं, वहीं कॉलोनी सेल विभाग द्वारा कॉलोनाइजर के विकास कार्य की भी जांच की जा रही है।
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