
भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इन दिनों खाद को लेकर किसानों (farmers) की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है. खेतों में फसल खड़ी है, लेकिन खाद के लिए किसानों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है. कई बार मुश्किल से खाद मिलती है, तो कई बार खाली हाथ लौटना पड़ता है. इसी बीच किसानों को अधिकारियों की सख्ती ही नहीं, बल्कि अभद्रता भी झेलनी पड़ रही है. हालात ऐसे बन गए हैं कि खाद पाने के लिए किसानों को अपमान और मारपीट तक सहनी पड़ रही है, जो बेहद चिंताजनक है.
ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ विकासखंड से सामने आया है. शुक्रवार को मंगल भवन में यूरिया खाद का वितरण चल रहा था. इसी दौरान बल्देवगढ़ तहसीलदार डॉ. अनिल गुप्ता मौके पर पहुंचे. आरोप है कि उन्होंने किसानों से बेहद खराब भाषा में बात की. खिड़की पर लटके एक किसान को पीछे से चांटा मार दिया और कुछ किसानों को पकड़कर घसीटते हुए लाइन से बाहर कर दिया, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई.
घटना के दौरान एक किसान जब हाथ जोड़कर खाद देने की विनती करने लगा, तो तहसीलदार ने कथित तौर पर उससे कहा, ‘अपनी ऐसी तैसी कराओ.’ यह सुनकर मौके पर मौजूद किसान सकते में आ गए. किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में अधिकारियों का रवैया साफ दिखाई दे रहा है, जिससे किसानों में भारी नाराजगी है और लोग प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं.
वायरल वीडियो के बाद तहसीलदार ने सफाई दी कि कुछ लोग लाइन तोड़कर आगे बढ़ रहे थे, जिस पर अन्य किसानों ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा कि इसी वजह से कुछ लोगों को पीछे किया गया. हालांकि किसान इस सफाई से संतुष्ट नहीं हैं. गौरतलब है कि 8 दिसंबर को टीकमगढ़ मुख्यालय में खाद की लाइन में लगे एक किसान की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई थी, इसके बावजूद जिला प्रशासन अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं कर सका है.
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