
इंदौर। बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का सिलसिला लगातार जारी है। स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं के साथ बिजली कंपनी को भी काफी हद तक आसानी हो रही है। उपभोक्ताओं को जहां बिजली की खपत की पल-पल जानकारी मिल रही है, वहीं बिजली कंपनी को भी मुख्यालय पर ही मीटर में छेड़छाड़ या बिजली की चोरी की जानकारी मिल जाती है। अगले डेढ़ साल में इंदौर शहर में तकरीबन पौने 8 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाने का दावा बिजली कंपनी की ओर से किया गया है।
देश में सर्वाधिक बिजली के स्मार्ट मीटर इंदौर शहर में लगे हैं। फिलहाल यहां 5 लाख 60 हजार उपभोक्ताओं के यहां बिजली के स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। इंदौर में 7 लाख 82 हजार बिजली उपभोक्ता शहरी सीमा हैं। आगामी डेढ़ वर्ष में इन उपभोक्ताओं के यहां भी बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का दवा कंपनी की ओर से किया गया है। फिलहाल बिजली कंपनी मालवा-निमाड़ के 15 जिलों में 13 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं के यहां बिजली के स्मार्ट मीटर लगा चुकी है। आगामी दिनों में बिजली कंपनी की योजना है कि वह छोटे शहरों या कस्बाई इलाकों जैसे देपालपुर, बेटमा, सांवेर, पीथमपुर आदि स्थानों पर भी बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद और तेजी से करेगी।
हर महीने उपभोक्ताओं के घर-घर रीडिंग लेने का झंझट खत्म
स्मार्ट मीटर से काफी हद तक लाभ बिजली कंपनी को मिला है। दरअसल हर महीने घर-घर बिजली की रीडिंग लेने के लिए लाइन स्टाफ को जाने से मुक्ति मिल गई है, क्योंकि स्मार्ट मीटर में रीडिंग ऑटोमेटिक होती है, वही कनेक्शन जोडऩा हो या बंद करना हो, यह भी मुख्यालय से बैठे-बैठे किया जा रहा है। यानी बिजली कंपनी को मैन पावर अब स्मार्ट तरीके से सीमित लोगों में हो रहा है।
मोबाइल पर… बिजली खपत की जानकारी
बिजली के स्मार्ट मीटर को मोबाइल से जोड़ा जा सकता है, जिससे दिन या रात में कौन से समय कितना बिजली का उपयोग हो रहा है, इसकी जानकारी उपभोक्ता को आसानी से बगैर बिजली कंपनी जाए मिल जाती है, वहीं पिछले 6 महीने के बिजली उपयोग की जानकारी भी मोबाइल के माध्यम से स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं को उपलब्ध हो जाती है।
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