नई दिल्ली/नाइजर। पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर (Niger West African country) के डोसो क्षेत्र में 15 जुलाई को हुए एक जघन्य आतंकी हमले (Terrorist Attack) में दो भारतीय नागरिकों की दुखद मृत्यु हो गई, जबकि एक अन्य भारतीय नागरिक को किडनैप कर लिया गया। भारत के नियामे स्थित दूतावास ने इस घटना की पुष्टि की है और प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, “15 जुलाई को नाइजर के डोसो क्षेत्र में हुए एक क्रूर आतंकी हमले में दो भारतीय नागरिकों की जान चली गई और एक का अपहरण कर लिया गया। हम शोकग्रस्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। नियामे में हमारा मिशन स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है ताकि मृतकों के शवों को स्वदेश लाया जा सके और किडनैप किए गए भारतीय की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की जा सके।”
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह हमला डोसो क्षेत्र में एक इलेक्ट्रिकल लाइन के निर्माण स्थल पर हुआ, जो राजधानी नियामे से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। आतंकियों ने नाइजर सेना की एक इकाई पर हमला किया, जो इस निर्माण स्थल की सुरक्षा में तैनात थी। इस हमले में कम से कम एक नाइजर सैनिक के भी मारे जाने की खबर है, हालांकि स्थानीय अधिकारियों ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
मृतकों में से एक की पहचान झारखंड के बोकारो जिले के 39 वर्षीय प्रवासी मजदूर गणेश कर्माली के रूप में हुई है, जबकि दूसरे मृतक की पहचान कृष्णन के रूप में हुई है, जो दक्षिण भारत के एक राज्य से थे। किडनैप भारतीय नागरिक का नाम रणजीत सिंह बताया गया है, जो जम्मू-कश्मीर से है और ट्रांसरेल लाइटिंग लिमिटेड में सुरक्षा प्रदान करने का काम करते थे।
गणेश कर्माली के परिवार के अनुसार, उनके बहनोई प्रेमलाल कर्माली भी उसी साइट पर काम करते थे और उन्हें गोली लगने से चोटें आई हैं। वह वर्तमान में नाइजर में पुलिस सुरक्षा में हैं, साथ ही झारखंड के चार अन्य प्रवासी मजदूर भी सुरक्षित हैं और स्वदेश लौटने की तैयारी कर रहे हैं।
भारतीय दूतावास ने नाइजर में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। दूतावास ने कहा कि वह पीड़ितों के नियोक्ता और उनके परिवारों के साथ-साथ नाइजर सरकार के साथ भी संपर्क में है ताकि मृतकों के शवों को जल्द से जल्द भारत लाया जा सके। इसके अलावा, अपहृत भारतीय की सुरक्षित रिहाई के लिए भी सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
डोसो क्षेत्र नाइजर और बेनिन की सीमा से सटा हुआ है। यह इलाका आतंकी हमलों का गढ़ रहा है। यह क्षेत्र तिल्लाबेरी शहर के पास है, जो नाइजर, माली और बुर्किना फासो की त्रि-सीमा क्षेत्र के पास स्थित है और जिहादी समूहों का मजबूत गढ़ बन चुका है। नाइजर में 2023 के तख्तापलट के बाद से सैन्य शासन है और देश लगभग एक दशक से अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट से संबद्ध जिहादी समूहों द्वारा की जाने वाली हिंसा का सामना कर रहा है।
इससे पहले, 25 अप्रैल को डोसो के पास साकोइरा शहर में एक हमले में पांच भारतीय तकनीशियनों का अपहरण कर लिया गया था, जिसमें 12 नाइजर सैनिक मारे गए थे। इसके अलावा, इस महीने की शुरुआत में माली में तीन भारतीय नागरिकों का एक सीमेंट फैक्ट्री से अपहरण कर लिया गया था। भारत सरकार ने नाइजर में रह रहे अपने नागरिकों से सतर्कता बरतने और नियामे में भारतीय दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने का आग्रह किया है। यह घटना क्षेत्र में बढ़ती आतंकी गतिविधियों और भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंताओं को और गहरा करती है।
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