
उज्जैन। मंडी में गेहूँ की बंपर आवक शुरू हो गई है। शुरुआत में आवक कम थी लेकिन अब सीजन ने जोर पकड़ लिया है। कल सोमवार को मंडी में इस सीजन की अब तक की सबसे बड़ी गेहूँ की आवक हुई। 39 हजार बोरी से अधिक गेहूँ कल बिकने मंडी में पहुँचा। अभी भी चने की आवक कम है। मंडी में इन दिनों गेहूँ, चने की आवक बनी हुई है। मार्च माह में गेहूँ की 2000 बोरी तक ही आ रही थी, बाद के सप्ताह में बढ़ी और 8000-10000 तक पहुँची और कल मंडी में इस सीजन की सबसे बड़ी गेहूँ की आवक हुई जिसमें गेहूँ 12 हजार बोरी, लोकवन 18 हजार बोरी, पूर्णा 2796 बोरी और इस पोषक 6549 बोरी के करीब पहुँचा। इस प्रकार कल सोमवार को मंडी में 39000 बोरी से अधिक गेहूँ बिकने पहुँचा जो इस सीजन का सबसे अधिक गेहूँ माना जा रहा है।
वहीं बात चने की फसल की की जाए तो चने की फसल की आवक अभी भी कम बनी हुई है। चना करीब 700 बोरी कल मंडी में बिकने पहुँचा, इसमें सबसे अधिक शंकर चना करीब 353 बोरी था। गेहूँ के भाव कल मंडी में 2190 रुपया से लेकर 2260 रुपए प्रति क्विंटल क्वालिटी के अनुसार थे, वहीं चने के भाव 4070 रुपए से लेकर 7748 तक थे। अभी समर्थन मूल्य की खरीदी शुरू हुई नहीं है। 25 मार्च से यह खरीदी शुरू होगी। इसके पहले ही मंडी में गेहूँ के भाव आसमान छूने लगेंगे। समर्थन मूल्य का गेहूँ का भाव 1950 प्रति क्विंटल है और मंडी में न्यूनतम में 2200 के करीब गेहूँ बिक रहे हैं। यदि ऐसी ही नीलामी चलती रही तो समर्थन मूल्य में किसान अपनी अच्छी फसल बेचने नहीं लाएँगे, जो अच्छी क्वालिटी की फसल होगी वही बेचने समर्थन मूल्य पर लाएँगे।
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