नई दिल्ली । पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव कम करने और अग्रिम सैन्य टुकड़ियों को हटाने के मामले में भारत-चीन के ‘विचार-विमर्श एवं समन्वय तंत्र’ (डब्ल्यूएमसीसी) की अगली बैठक जल्द ही होगी। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि चीनी पक्ष सीमा पर तनाव कम करने और अग्रिम सैन्य डुकड़ियों को हटाने के प्रति गंभीरता पूर्वक काम करेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने (कहा कि दोनों पक्ष सीमा पर शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के उद्देश्य से स्थापित राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से चर्चा कर रहे हैं। दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच चौथे दौर की बैठक हुई थी। उन्होंने कहा कि भारत का एलएसी को लेकर स्पष्ट मत है कि उसमें किसी भी प्रकार का एकतरफा बदलाव स्वीकार्य नहीं है और भारत इसे सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। 1993 से भारत और चीन के बीच हुए कई समझौतों में दोनों पक्षों ने इसे स्वीकार किया है। इस वर्ष चीनी सेना ने इन सभी समझौतों को दरकिनार करते हुए बड़ी संख्या में तैनाती की और अपने व्यवहार में बदलाव करते हुए अनुचित दावे किए। भारत को आशा है कि एलएसी पर पूरी तरह शांति और सामान्य स्थिति कायम करने के लिए चीन गंभीर होगा।
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