नई दिल्ली। ने हाल ही में साउथ चाइना सी (South China Sea) के विवादित क्षेत्रों में पहली बार नौसैनिक अभ्यास (Naval Exercises) किया है। भारत ने दक्षिण पूर्व एशियाई देश फिलीपींस (South China Sea) के साथ यह अभ्यास कर चीन की धौंस को सीधी चुनौती दी है, जिसके बाद चीन भड़क उठा है। चीन ने कहा है कि विवादित क्षेत्रों में किसी तीसरे पक्ष का दखल नहीं होना चाहिए। चीन ने अपनी जहाजों से इस अभ्यास की जासूसी भी की है।
फिलीपीन के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल रोमियो ब्राउनर ने सोमवार को बताया है कि रविवार से शुरू हुआ यह दो दिवसीय संयुक्त नौसैनिक अभ्यास सफलतापूर्वक खत्म हुआ है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि फिलीपीन की सेना भविष्य में भारत की सेना के साथ और अधिक साझा युद्धाभ्यास करेगी। गौरतलब है कि दक्षिण चीन सागर एक प्रमुख वैश्विक व्यापार मार्ग है। इस पूरे समुद्री क्षेत्र पर चीन अपनी दावेदारी जताता रहा है। इसे लेकर क्षेत्र के अन्य देशों का चीन के साथ टकराव बढ़ता जा रहा है। फिलीपींस और वियतनाम के अलावा मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान भी विवादित क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर अपना दावा करते हैं।
फिलीपींस के जनरल ब्राउनर ने कहा है कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव को रोकने के लिए फिलीपींस को अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी होगी। उन्होंने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा था, “ऐसा करने का तरीका यह है कि पहला, फिलीपींस की सशस्त्र सेनाओं को आधुनिकीकरण के माध्यम से मजबूत किया जाए। दूसरा, हमें समान विचारधारा वाले देशों के साथ साझेदारी करनी होगी और हम भारत के साथ यही कर रहे हैं।” बीते गुरुवार को भारतीय नौसेना के आईएनएस शक्ति पर आयोजित एक स्वागत समारोह के दौरान उन्होंने कहा, “यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दो जीवंत लोकतंत्रों के बीच एकजुटता, मजबूत साझेदारी और सहयोग की ऊर्जा का एक शक्तिशाली संकेत देता है।”
चीन की खुफिया नजरें
वहीं यह पूछे जाने पर कि क्या चीनी सेना ने इसके जवाब में कोई कार्रवाई की, जनरल ब्राउनर ने कहा, ‘‘हमारे साथ कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, लेकिन फिर भी हम पर नजर रखी गई। हमें इसकी पहले से ही उम्मीद थी।’’ हालांकि चीन इस अभ्यास पर अपनी खुफिया नजरें गड़ाए रहा। फिलीपींस की सेना ने बताया है कि रविवार को अभ्यास में भाग लेने वाले एक फिलीपीनी फ्रिगेट से लगभग 25 समुद्री मील की दूरी पर एक मिसाइल गाइडेड डिस्ट्रॉयर सहित चीनी नौसेना के दो जहाज देखे गए।
ड्रैगन को लगी मिर्ची
इस बीच चीनी सेना की दक्षिणी थियेटर कमान ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसने रविवार और सोमवार को दक्षिण चीन सागर में नियमित गश्त की है। भारत का नाम लिए बिना, चीनी सेना ने फिलीपींस पर संयुक्त गश्त आयोजित करने के लिए बाहरी देशों को शामिल करने का आरोप लगाया है। चीन ने कहा है कि इससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचता है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि क्षेत्रीय विवादों को बिना किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के सीधे तौर पर संबंधित पक्षों द्वारा सुलझाया जाना चाहिए।
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