
नई दिल्ली । भारत (India) से ट्रेड डील (Trade Deal) ना फाइनल कर पाने के बाद खिसियाए अमेरिका (America) ने बीते दिनों भारत को लगातार टारगेट किया है। हालांकि अमेरिकी धमकियों का भारत पर कोई असर नहीं पड़ा है। बीते कुछ सप्ताह में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) द्वारा रूस (Russia) से व्यापार और कच्चे तेल ही खरीद का हवाला देते हुए भारत पर मोटा टैरिफ लगाने के बाद भी भारत का रूस से कच्चे तेल का आयात इस महीने बढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक भारत ने अगस्त में अब तक रूस से प्रतिदिन 20 लाख बैरल तेल खरीदा है। यह बात भी सामने आई है कि देश की रिफाइनरी कंपनियां कच्चा तेल खरीदने में आर्थिक पहलुओं को प्राथमिकता दे रही हैं।
वैश्विक आंकड़ा और विश्लेषक फर्म केप्लर ने बताया है कि अगस्त के पहले पखवाड़े में भारत ने प्रतिदिन लगभग 52 लाख बैरल कच्चे तेल का आयात किया। इसमें से 38 प्रतिशत तेल रूस से आया। इस दौरान रूस से हर दिन करीब 20 लाख बैरल तेल आयात किया गया। जुलाई में यह आंकड़ा 16 लाख बैरल प्रतिदिन था। इस तरह मासिक आधार पर भारत का रूस से तेल आयात बढ़ गया है।
इस अवधि में इराक से खरीद घटकर 7.3 लाख बैरल प्रतिदिन, वहीं सऊदी अरब से आयात सात लाख बैरल प्रतिदिन से घटकर 5.26 बैरल प्रतिदिन रह गया। केप्लर के मुताबिक भारत में अमेरिका से प्रतिदिन 2.64 लाख बैरल तेल आयात किया और US तेल का पांचवां सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता रहा।
केप्लर के प्रमुख शोध विश्लेषक सुमित रिटोलिया ने कहा है कि भारत का रूस से व्यापार स्थित बना हुआ है। उन्होंने कहा, ”भारत में रूसी कच्चे तेल का आयात अगस्त में अब तक स्थिर बना हुआ है। जुलाई 2025 के अंत में ट्रंप प्रशासन के शुल्क की घोषणा के बाद भी इसमें कोई कमी नहीं आई है।।” उन्होंने आगे कहा कि अब हम खरीद में जो स्थिरता देख रहे हैं, वह मुख्य रूप से इसलिए है क्योंकि अगस्त की आपूर्ति जून और जुलाई की शुरुआत में ही तय हो गई थी। उन्होंने कहा कि अगर इस स्थिति में कोई बदलाव आता है तो यह सितंबर के अंत से अक्टूबर तक आने वाली खेप में ही दिखाई देगा।
ट्रंप की धमकी पर भारत की दो टूक
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर पहले 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था। हालांकि इसके बाद ट्रंप ने इसे बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया है। ट्रंप ने कहा है कि भारत रूस से बहुत अधिक व्यापार कर रहा है और यूक्रेन जंग में उसकी आर्थिक सहायता कर रहा है। वहीं भारत ने US द्वारा लगाए गए टैरिफ को तर्कहीन बताया है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत अपने आर्थिक और राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा।
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