
चेन्नई. भारतीय टीम ने स्क्वाश विश्व कप (Squash World Cup) का खिताब (title) पहली बार जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत (India) ने फाइनल में हांगकांग (Hong Kong) को एकतरफा अंदाज में 3-0 से हराया और चैंपियन बनने में सफल रहा। इसके साथ ही भारत स्क्वाश विश्व कप जीतने वाले एशिया का पहला देश बन गया है। भारत ने इस वैश्विक टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और विजेता बनने में सफल रहा।
भारतीय स्क्वाश के लिए ऐतिहासिक दिन
भारत का इससे पहले विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2023 में कांस्य पदक जीतना था। भारत ने हालांकि, इस बार हर बाधा को पार किया और अपना दबदबा बनाया। यह खिताबी जीत भारतीय स्क्वाश के लिए निश्चित रूप से अच्छी खबर है क्योंकि यह खेल लॉस एंजिल्स 2028 में ओलंपिक में अपना पदार्पण करने जा रहा है। मिश्रित टीम स्पर्धा में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा।
बिना कोई मैच गंवाए भारत ने जीता खिताब
टूर्नामेंट में दूसरी वरीयता प्राप्त भारत ने बिना कोई मैच हारे खिताब अपने नाम किया। ग्रुप चरण में स्विट्जरलैंड और ब्राजील को समान 4-0 के अंतर से हराने के बाद भारत ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में क्रमशः दक्षिण अफ्रीका और दो बार के चैंपियन मिस्र को 3-0 से हराया। विश्व रैंकिंग में 79वें स्थान पर काबिज जोशना चिनप्पा ने 37वीं रैंकिंग की खिलाड़ी ली का यी पर 3-1 की उलटफेर भरी जीत से फाइनल में भारत को शानदार शुरुआत दिलाई।
एशियाई खेलों के पदक विजेता अभय सिंह ( विश्व रैंकिंग में 29) ने 42वें स्थान पर काबिज एलेक्स लाउ को 3-0 से, जबकि 17 वर्षीय अनाहत सिंह ने विश्व रैंकिंग में 31वें स्थान पर काबिज टोमाटो हो को इसी अंतर से हराकर भारत के लिए खिताब पक्का कर दिया।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved