
नई दिल्ली: दुनिया में इलेक्ट्रिक कारों (Electric Cars) की होड़ लगातार बढ़ती ही जा रही है. इस होड़ का अगला मोर्चा भारत (India) होने जा रहा है. अमेरिकी के अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) की टेस्ला (Tesla) भारत में आ चुकी है. इसके साथ ही दुनिया भर में उसे ईवी की होड़ में धूल चटाने वाली चीन की कंपनी BYD भी भारत में आ चुकी है. कभी एक फैक्ट्री में काम करने वाले केमिस्ट (Chemist) से अरबपति बन चुके वांग चुआनफू (Wang Chuanfu) की बनाई कारों ने दुनिया ईवी बाजार में टेस्ला को पीछे छोड़ दिया है. अब उनका मुकाबला भारत में होने जा रहा है.
BYD ने पिछले महीने भारत में केवल 500 कारें बेचीं. लेकिन एक फैक्ट्री-फ्लोर अरबपति के नेतृत्व में इस शांत चीनी कार निर्माता ने अब लगातार दो तिमाहियों में वैश्विक EV बिक्री में एलन मस्क की टेस्ला को पछाड़ दिया है. टेस्ला 1 अगस्त को भारत में अपनी शुरुआत की तैयारी कर रही है. जबकि एक्सपर्ट का मानना है कि मस्क और वांग चुआनफू के बीच लड़ाई अभी शुरू ही हुई है और भारत अगला मोर्चा बनने वाला है.
पिछले महीने, BYD ने भारत में 500 यूनिट बेचीं हैं, जो उसकी वैश्विक बिक्री (3.8 लाख यूनिट) का लगभग 0.1% है. यहां कम लोकप्रियता के बावजूद, BYD की तकनीक विदेशों में आगे बढ़ रही है. चीन में इसके नवीनतम मॉडल पांच मिनट के चार्ज पर 500+ किलोमीटर की रेंज प्रदान करते हैं. जो भारत में कई ईवी से लगभग 50 गुना ज्यादा तेज है.
चेयरमैन वांग चुआनफू का कहना है कि उनका लक्ष्य इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग को पेट्रोल कारों में फ्यूल भरने जितना तेज बनाना है. उनकी व्यावहारिक लीडरशिप- खुद गाड़ी चलाकर काम पर जाना, हफ़्ते में 70 घंटे काम करना और कामगारों की वर्दी पहनकर फ़ैक्टरी में घूमने की चार्ली मंगर ने भी तारीफ की है. जिन्होंने उन्हें थॉमस एडिसन और जैक वेल्च का मिश्रण कहा है.
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