
नई दिल्ली । ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में भारत (India) की ब्रह्मोस मिसाइल (Brahmos Missile) ने पाकिस्तान (Pakistan) के तमाम एयरबेसों को निशाना बनाया था। तब दुनिया ने ब्रह्मोस की ताकत सामने से देखी थी। हालांकि पाकिस्तान के मन में उसे लेकर डर बहुत पहले से बना हुआ है क्योंकि पाकिस्तान की तमाम मिसाइलों और उसके एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defense System) पर भारत की ब्रह्मोस हमेशा ही भारी पड़ती है। इसी से जुड़ा एक किस्सा भारत में ‘ब्रह्मोस मिसाइल के जनक’ के रूप में माने जाने वाले डॉक्टर पिल्लई ने दुबई में चल रहे एक रक्षा एक्सपो में सुनाया। उन्होंने बताया कि कैसे एक पाकिस्तानी जनरल ने उनसे ब्रह्मोस के बारे में पूछा था।
दुबई की रक्षा प्रदर्शनी में हुई इस बातचीत में डॉक्टर अपाथुकाथा शिवथानु पिल्लई ने इस घटना को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “एक बार एक पाकिस्तानी जनरल मेरे पास आया था उसका सवाल था कि क्या भारत ब्रह्मोस मिसाइल को पाकिस्तान को बेचने पर विचार करेगा?.. इस पर मैंने उससे कहां कि पाकिस्तान के लिए तो यह बिल्कुल मुफ्त होगी।”
क्या है ब्रह्मोस मिसाइल?
पाकिस्तान की नींद उड़ाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल कोई आम मिसाइल नहीं है। इसे भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और रूस के एनपीओ द्वारा संयुक्त रूप से बनाया गया है। यह मिसाइल मैक 2.8 से मैक 3.8 के बीच की गति से उड़ान भरने में सक्षम है। ब्रह्मोस को दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक मिसाइल कहा जाता है, जो कि पाकिस्तान की बाबर और राद मिसाइलों को काफी पीछे छोड़ती है।
ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज 290 से 800 किलोमीटर तक की है। इसके ऊपर अभी और भी ज्यादा काम चल रहा है, वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इसकी रेंज को 1500 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है
इस मिसाइल की सबसे बडी खासियत यह है कि इसकी रिवर्स इंजीनियरिंग नहीं की जा सकती। यह फायर एंड फॉरगेट नेवीगेशन सिस्टम पर काम करती है। इसके अलावा रडार पर इसकी बिजिविलिटी भी काफी कम होती है और इसे हवा, जमीन, समंदर, और पनडुब्बियों से भी लॉन्च किया जा सकता है। भारतीय सुरक्षा बलों का यह एक ऐसा हथियार है, जिसकी बराबरी का पूरे क्षेत्र में कोई नहीं है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की ब्रह्मोस मिसाइल की चर्चा अब पूरे विश्व में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑपरेशन के दौरान भारत ने इसी मिसाइल के जरिए पाकिस्तान के आतंकी और बाद में एयरबेसों को निशाना बनाया था। भारतीय मिसाइलों की धमक इस्लामाबाद तक सुनाई दी थी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved