
नई दिल्ली (New Delhi)। पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) से सटी एलएसी (LAC) पर भारत और चीन (India and China tension) के बीच जारी तनाव और पाकिस्तानी सीमा (pakistani border) से आतंकी घुसपैठ (terrorist infiltration) को देखते हुए भारतीय सेना इन दोनों देशों की सीमाओं पर अपनी आर्टिलरी यानि तोपखाने की क्षमताओं को बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है। इसी क्रम में सेना ने 307 ATAGS हॉवित्जर तोप (howitzer gun) खरीदने का प्रस्ताव बनाया है। रक्षा मंत्रालय ने इसके बारे में जानकारी भी दी है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में ‘मेक-इन-इंडिया’ (‘Make in India’) की ओर कदम बढ़ाते हुए भारतीय सेना से चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर तैनाती के लिए 307 उन्नत टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) खरीदने का प्रस्ताव मंत्रालय को सौंपा है। मंत्रालय ने आगे बताया कि यह प्रस्ताव 1 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक का है। इस पर चर्चा की जा रही है। जल्द ही इसे सुरक्षा पर कैबिनेट समिति के पास मंजूरी के लिए भेजा जा सकता है।
रक्षा अधिकारियों ने बताया कि स्वदेशी हॉवित्जर के लिए यह पहला ऑर्डर होगा। उन्होंने बताया कि सेना विभिन्न ऊंचाई वाले इलाकों में इसका परीक्षण कर रही है। उपयोगकर्ताओं द्वारा दिए गए सुझावों के अनुसार उन्हें अपग्रेड किया गया है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने दो निजी फर्मों टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड और भारत फोर्ज लिमिटेड के सहयोग से इसका विकास किया है।
गौरतलब है कि पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज (PFFR) में 26 अप्रैल से 2 मई के बीच सबसे लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम स्वदेशी तोप यानी 155 मिमी/52 एडवांस टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) का परीक्षण किया गया था। उन्नत आर्टिलरी गन सिस्टम परियोजना डीआरडीओ द्वारा विकसित की गई एक आधुनिक 155 मिमी तोप है। इसे पुरानी आर्टिलरी गन की जगह के लिए बनाया जा रहा है। इस तोप को भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा निर्मित किया गया है। इसका वजन 18 टन है। DRDO द्वारा विकसित 155मिमी की ATAGS का पहला फायर 2016 में किया गया था।
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