वाशिंगटन। अमेरिका के टेक्सास में सिद्धार्थ मुखर्जी (Sammy) और उनकी पत्नी सुनीता (Sunita) को करोड़ों रुपये के रियल एस्टेट धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार (Arrested in fraud case) किया गया है। आरोप है कि इस कपल ने फर्जी इंवेस्टमेंट प्रोजेक्ट के जरिए 100 से अधिक लोगों से 4 मिलियन डॉलर (33 करोड़ रुपये) की ठगी की। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, यह दंपति फिलहाल अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) की हिरासत में है और उन पर फर्स्ट डिग्री की चोरी का आरोप लगा है। खास बात है कि टेक्सास के प्लानो में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच इन्हें अपनी चकाचौंध भरी लाइफ स्टाइल के जाना जाता था।
जांचकर्ताओं के अनुसार, मुखर्जी दंपति ने हाई रिटर्न का वादा करके निवेशकों को गैर-मौजूद रियल एस्टेट सौदों में फंसाया। इसके लिए विश्वसनीय दिखने वाले दस्तावेज दिए गए जिनमें फेक रीमॉडलिंग कॉन्ट्रैक्ट और डलास हाउसिंग अथॉरिटी के फर्जी चालान शामिल हैं। निवेशकों को तब तक धोखाधड़ी का पता नहीं चला जब तक डिविडेंड चेक बाउंस होने शुरू नहीं हुए। यह धोखाधड़ी वाली योजना 2024 में तब सामने आई जब एक दंपति ने 325,000 डॉलर की हानि का दावा किया और अधिकारियों से संपर्क किया। यूलिस पुलिस के जासूस ब्रायन ब्रेनन ने इसकी जांच शुरू की, जिमसें बाद में एफबीआई को भी शामिल कर लिया गया।
पूरी तरह काल्पनिक प्रोजेक्ट्स
जासूस ब्रेनन ने बताया कि 23 साल के अनुभव में उन्होंने कभी भी सैमी मुखर्जी जैसा धोखेबाज नहीं देखा। डलास हाउसिंग अथॉरिटी के चालानों की जांच से पुष्टि हुई कि परियोजनाएं पूरी तरह से काल्पनिक थीं। कई पीड़ित सामने आए हैं, जिन्होंने दंपति के आकर्षक और विश्वसनीय व्यक्तित्व के बारे में बताया। अब तक केवल 20 पीड़ितों का नाम आधिकारिक तौर पर दर्ज किया गया है, लेकिन जांचकर्ताओं का मानना है कि कुल संख्या 100 से अधिक हो सकती है। ऐसा हो सकता है कि आने वाले दिनों में कुछ और लोग सामने आएं और नए तरह के खुलासे हों।
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