
नई दिल्ली। अमेरिका (America) में भारतीय प्रतिनिधिमंडल (Indian delegation) ने एक बार फिर आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान (Pakistan) को घेरा। इस दौरान इसके मुखिया और कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने पाकिस्तान के साथ चीनी मुद्दे पर भी बात की। जब उनसे पूछा गया कि क्या ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में चीन के लिए भी संदेश था, तो उन्होंने विस्तार से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भारत यह सुनिश्चित करना चाहता था कि पाकिस्तान को संदेश मिल जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, थरूर ने कहा, ‘तथ्य यह है कि वो (पाकिस्तान) चीनी हथियारों का इस्तेमाल कर रहे थे और हम चीनी रडार डिफेंस और मशहूर चीनी नेटवर्क सिस्टम को बायपास कर रहे थे…। और यह सब चीनी किल चेन का एक बड़ा प्रकार है, जिसके बारे में हम अखबारों में पढ़ते हैं। जब भारत ने इन खतरों को दरकिनार कर हवाई क्षेत्रों पर हमला करने का फैसला किया, जो मुझे नहीं लगता कि वह इस बात की चिंता कर रहे थे कि किसे संदेश मिलेगा।’
उन्होंने आगे कहा, ‘वो यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि पाकिस्तानियों को संदेश मिले और उन्हें वो मिले, जो हम भेज रहे हैं। उन्हें मिला भी…। मुझे लगता है कि 9 और 10 मई की रात जो भी हुआ, वो अपने आप में बहुत कुछ कहता है। पाकिस्तान की तरफ से अगली सुबह दी गई संघर्ष खत्म करने की तत्काल प्रतिक्रिया भी बहुत कुछ कहती है। और शायद यही संदेश है, जिसपर चीनियों को गौर करना होगा।’
विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष थरूर इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जी हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भारतीय जनता पार्टी), भुवनेश्वर कलिता (भारतीय जनता पार्टी), मिलिंद देवरा (शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (भारतीय जनता पार्टी) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत संधू शामिल हैं।
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