
विशाखापत्तनम: भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम (Visakhapatnam) में डाइविंग समर्थन पोतों (Diving Support Vessel) ‘निस्तार’ (Nistar) को कमीशन कर लिया है. भारत के पहले स्वदेशी रूप से निर्मित डाइविंग सपोर्ट वेसल का भारतीय नौसेना में शामिल होना देश की समुद्री क्षमताओं (Maritime Capabilities) के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है. यह सपोर्ट वेसल भारतीय सेना को मिलने वाली दो समर्थन पोतों में पहली है. विशाखापट्टनम में ‘निस्तार’ के कमीशन समारोह की अध्यक्षता के रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने किया. इनके साथ समारोह में भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी और कई अन्य वरिष्ठ गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
भारतीय नौसेना के पहले डाइविंग सपोर्ट वेसल ‘निस्तार’ को विशाखापत्तनम के हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किया है. यह भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. 120 MSME की भागीदारी और 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री के साथ, निस्तार भारत की जटिल जहाजों के निर्माण की क्षमता का एक बयान है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है. निस्तार का कमीशन रक्षा निर्माण में स्वदेशीपन हासिल करने की दिशा में भारत की दृढ़ प्रगति और पानी के नीचे के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए भारतीय नौसेना के संकल्प को उजागर करता है.
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