
नई दिल्ली । नेपाल(Nepal) में हालात अभी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरकार विरोधी प्रदर्शन(Anti-government protests) के नाम पर उपद्रवियों(Troublemakers) को भी पूरा मौका मिल गया है। गुरुवार को काठमांडू के पास ही उपद्रवियों ने भारतीय यात्रियों से भरी बस पर हमला कर दिया और यात्रियों का सामान लूटकर ले गए। हमले में कई यात्री जख्मी भी हो गए हैं। पुलिस के मुताबिक बस में ज्यादातर लोग आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। वे काठमांडू में पशुपति नाथ में दर्शन करके भारत कीओर लौट रहे थे। बस का नंबर यूपी का था।
उपद्रवियों ने पहले बस पर पत्थरबाजी की और इसके बाद यात्रियों के मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामना लूटने लगे। बस में सवार कम से कम 8 यात्रियों को चोटें आई हैं। जानकारी के मुताबिक नेपाली सेना के जवानों ने यात्रियों की मदद की। इसके बाद भारतीय दूतावासस को सूचना दी गई। सभी यात्रियों को काठमांडू से एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया। बस के ड्राइवर ने बताया कि उनकी बस यूपी में महाराजगंज के करीब सोनौली बॉर्डर पर पहुंची थी, तभी हमला हो गया।
ड्राइवर राज ने कहा कि उपद्रवियों ने बस का कोई भी शीशा सही सलामत नहीं छोड़ा।बता दें कि नेपाल में बिगड़े हालात के बीच उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल बंगाल में भी अलर्ट है। तीनों ही राज्यो में नेपाल सीमा से सटे जिलों में काफी सावधानी बरती जा रही है। वहीं भारत में फंसे नेपाली नागरिकों को वेरिफइकेशन के बाद वापस भेजा जा रहा है। नेपाल में फंसे भारतीय नागरिक भी धीरे-धीरे वापस आ रहे हैं। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने उनके लौटने के इंतजाम किए हैं।
नेपाल की जेलों से भागे कैदी पकड़े गए
नेपाल की जेलों से फरार होकर भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे लगभग 60 संदिग्ध नेपाली कैदियों को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के सतर्क जवानों ने भारत-नेपाल सीमा पर पकड़ा। यह जानकारी सुत्रों ने गुरुवार को दी।
सूत्रों के अनुसार, इन संदिग्ध नेपाली कैदियों को एसएसबी कर्मियों ने उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में भारत-नेपाल सीमा पर पकड़ा। भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एसएसबी इस स्थिति को देखते हुए हाई अलर्ट पर है और इसकी खुफिया शाखा भी सतर्क है तथा नेपाल सीमा से भारत में प्रवेश करने वाले प्रत्येक संदिग्धों पर नजर रख रही है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved