
नई दिल्ली। इंडोनेशिया के मलंग में फुटबॉल मैच (football match) में सवा सौ मौतों की खबर सुनकर दुनिया स्तब्ध है. लोग हैरान हैं कि आखिर इतनी मौतें कैसे हो गई? इस फुटबॉल स्टेडियम का वीडियो दुनिया भर की पुलिस के लिए एक सबक है कि अगर बंद एरिया में पुलिस आंसू गैस का इस्तेमाल करती है तो हश्र कितना भयानक हो सकता है.
इंडोनेशिया (Indonesia) के पूर्वी जावा क्षेत्र के मलंग में चल रहे फुटबॉल मैच में कुछ ऐसा ही हुआ. जकार्ता पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार कांजुरुहान स्टेडियम (Kanjuruhan Stadium) में रात को हो रहा मैच पहले ठीक-ठाक चल रहा था. इस स्टेडियम में दो लोकल टीमें Arema FC और Persebaya Surabaya के बीच मैच चल रहा था. फुटबॉल के लिए दीवानगी रखने वाले इंडोनेशिया में मैच देखने के लिए स्टेडियम फुल था. इस स्टेडियम की क्षमता 38 हजार की थी, लेकिन इस मैच को देखने के लिए यहां 42 हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे.
पुलिस चीफ ने कहा, “पुलिस अधिकारियों ने Arema FC के फैंस को स्टैंड पर लौटने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने नजरअंदाज कर दिया. हम नहीं जानते कि भीड़ अराजक क्यों हो गई, और अंत में पुलिस पर भी हमला किया. इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे.”

स्टेडियम के गेट की ओर भागे लोग
लगभग 40 हजार से ज्यादा की भीड़ में धुंधली रोशनी (dim light) में स्थिति इसी वक्त बिगड़ गई. पुलिस की ओर से आंसू गैस छोड़ने के बाद लोग बेतरह बिलबिलाने लगे. आपाधापी का मौहाल था. स्टेडियम के किनारों पर बैठे लोगों को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि हुआ क्या है? इसी दौरान आंसू गैस से बचने के लिए दोनों ही टीमों के हजारों समर्थक स्टेडियम के गेट की ओर भागे. लेकिन इस वक्त तक स्टेडियम का दरवाजा ही नहीं खुला था.

एक दूसरे को कुचलने लगे लोग
बस अबतक भीड़ बेकाबू हो चुकी थी. स्टेडियम के गेट के पास लोग एक दूसरे पर चढ़कर भागने लगे. लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि हुआ क्या है. कुछ ही मिनटों में पूरे स्टेडियम में 40 हजार से ज्यादा की भीड़ एक दूसरे को कुचलते हुए इधर-उधर भाग रही थी. पूरे स्टेडियम में लोगों की चीख-पुकार सुनाई दे रही थी. स्टेडियम के हर कोने में रोशनी पर्याप्त नहीं थी इसलिए स्थिति और भी बिगड़ गई. कुछ घंटों के बाद जब हालात संभले तबतक 125 लोगों की मौत हो चुकी थी. और लगभग इतने ही लोग जख्मी हो चुके थे.
राष्ट्रपति ने देश को संबोधित किया
इस दुखद घटना के बाद राष्ट्रपति जोको विडोडो ने राष्ट्रीय टीवी पर देश को संबोधित किया और घटना पर दुख जताया. राष्ट्रपति ने पुलिस चीफ और फुटबॉल एसोसिएशन के प्रमुख को कहा कि वे देश में फुटबॉल मैचों की समीक्षा करें और सुरक्षा इंतजामों का आकलन करें. तब तक इंडोनेशिया में फुटबॉल मैच पर रोक लगा दिया गया है.
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