

इंदौर। कल रात से हो रही लगातार बारिश (Rain) के चलते शहर के कई इलाकों में पानी भर गया और सडक़ों पर जलजमाव (waterlogging) के कारण लोग परेशान होते रहे। कान्ह (Kanh) नदी में जलस्तर अच्छा खासा बढ़ गया, जिसके कारण कृष्णपुरा छत्री के समीप मंदिर में सो रहा एक वृद्ध पानी में फंस गया। बाद में सूचना पर निगम की ऑरेंज टीम और होमगार्ड की टीम ने वहां पहुंचकर जैसे-तैसे वृद्ध को पानी से निकाला। कान्ह नदी में बढ़े जलस्तर को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो रही थी, जिन्हें पुलिसकर्मी और निगम की टीमें हटा रही थीं। बारिश के कारण फिर से प्रजापत नगर, द्वारकापुरी, हवा बंगला सहित छोटा बांगड़दा और एरोड्रम क्षेत्र की दर्जनों कॉलोनियों में पानी भर गया। सडक़ें, चौराहे पानी से लबालब थे। एमजी रोड थाना परिसर से लेकर कई जगह पेड़ गिरने की घटनाएं हुईं। हालांकि इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
आज सुबह-सुबह निगम कंट्रोल रूम और पुलिस एमजी रोड को सूचना मिली कि कृष्णपुरा छत्री के समीप पुराने मंदिर में एक वृद्ध मूलचंद साहू रात में मंदिर परिसर में ही सो गए थे और आज सुबह पानी बढऩे पर मंदिर में ही फंस गए। इस पर तत्काल ऑरेंज टीम के कर्मचारी, निगम अधिकारी और होमगार्ड की टीम मौके पर पहुंची और मशक्कत के बाद जैसे-तैसे वृद्ध को मंदिर से बाहर निकाला। इसी दौरान उनके परिवार के लोग भी वहां पहुंच गए थे। अधिकारियों के मुताबिक वृद्ध को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। कान्ह नदी में कल रात से हो रही बारिश के बाद जलस्तर अच्छा खासा लगातार बढ़ रहा था और वहां हेमिल्टन रोड, कृष्णपुरा छत्री, रामबाग पुल, निगम मुख्यालय के सामने, कृष्णपुरा पुल आदि स्थानों पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी तो पुलिस और निगम की टीम ने मोर्चा संभाला और लोगों को वहां से हटाया। निगम मुख्यालय के सामने शिवाजी मार्केट से हेमिल्टन रोड को जोडऩे के लिए बरसों पुराना छोटा पुल बना है और जलस्तर उसके मुहाने तक पहुंच गया। इसी के चलते निगम और पुलिस ने पुल के दोनों ओर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए और आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी। पुल के डूबने का अंदेशा बना हुआ है, क्योंकि लगातार कान्ह नदी में जलस्तर बढ़ता जा रहा है।
नार्थ तोड़ा के घरों में घुसा पानी, लोग सामान हटाते रहे
आज सुबह नार्थ तोड़ा के कई घरों में पानी भरने के कारण लोग परेशान होते रहे। निचले क्षेत्र में बसे हिस्सों में घरों में सुबह-सुबह पानी भर गया और कई लोग तो कान्ह नदी में पानी के बढ़ते जलस्तर के कारण सो नहीं पाए थे। सुबह दर्जनों घरों में पानी भरने के बाद लोग अपना सामान हटाने से लेकर पानी निकासी में जुटे रहे। नार्थ और साउथ तोड़ा क्षेत्र में कई मकान कान्ह नदी के किनारों पर बने हुए हैं और नदी में पानी बढऩे के बाद वहां हर साल यही स्थिति बनती है। बस्तियों में जलजमाव की सूचना पर निगम के अधिकारी और ऑरेंज टीम के कर्मचारी भी पहुंच गए थे। अफसरों का कहना है कि लगातार जलस्तर बढ़ता रहा तो फिर नदी किनारे बने कई मकानों से रहवासियों को अन्य स्थानों और धर्मशालाओं में शिफ्ट कराया जाएगा।
छत्रीबाग, गुरु नानक कॉलोनी, द्वारकापुरी, प्रजापत नगर बेहाल
रात से जारी बारिश के चलते आज सुबह शहर के कई इलाकों में पानी भराने की शिकायतें आती रहीं। छत्रीबाग कान्ह नदी के समीप बने कई मकानों में पानी भर गया था और कुछ मकान तो डूबने की स्थिति में थे। वहां के लोगों ने अपना सामान हटा लिया और घरों को छोड़ दूसरे स्थानों पर चले गए। गुरु नानक कॉलोनी में भी कान्ह नदी के छोर पर कई मकान बने हुए हैं। वहां भी यही स्थिति बनी। द्वारकापुरी, प्रजापत नगर, विदुर नगर क्षेत्र में भी सडक़ों पर लबालब पानी भरा था।
कई चौराहे तालाब में तब्दील, निगम टीमें पानी निकासी के लिए लगाईं
आज सुबह फूटी कोठी चौराहे की हालत सबसे ज्यादा खराब थी। वहां अलग-अलग हिस्सों में जलजमाव के कारण वाहन चालकों का चौराहे से गुजरना मुश्किल हो रहा था। विजयनगर चौराहा, कालानी नगर, गंगवाल बस स्टैंड, कलेक्टोरेट, अग्रसेन चौराहा सहित कई चौराहों पर भी जलजमाव के साथ स्थिति खराब थी। निगम की टीमें चौराहों पर पानी निकासी के लिए मोटरें लगाकर मशक्कत करने में जुटी थीं।
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