
पुलिस को मिले आधुनिक ड्रोन में पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी, चल समारोह पर रखी निगाह, अखाड़े और झांकियों का तालमेल भी गड़बड़ाया, सुबह वापस लौटाया
इंदौर। अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के चल समारोह (Moving ceremony) में बारिश ने हालांकि खलल नहीं डाला। मगर अखाड़ों और झांकियों का तालमेल इस बार भी गड़बड़ाया और पुलिस प्रशासन (Police Administration) की भी कुछ लापरवाही सामने आई, जिसके चलते सुबह 7 बजे पहुंची कुछ झांकियों और अखाड़ों को वापस लौटा दिया गया। यहां तक कि प्राधिकरण की झांकियों को भी लगभग एक घंटे तक रवाना होने के लिए इंतजार करना पड़ा। अब तीन दिन खड़ी झांकियों को जनता निहार सकेगी और पूरे मिल क्षेत्र से लेकर भंडारी ब्रिज, नगर निगम परिसर तक मेले जैसा माहौल रहेगा। सभी मिल परिसरों में ये झांकियां खड़ी रहेंगी और साथ में नगर निगम परिसर में भी इन झांकियों को देखा जा सकेगा।
इस बार इंदौर पुलिस ने भीड़ नियंत्रण और निगाह रखने के लिए विशेष ड्रोन कैमरे की मदद भी ली, जिसमें पब्लिक अनाउंस सिस्टम भी इनबिल्ट है। जमीन से 120 मीटर ऊंचाई से अनाउंस कर सकता है और 2 से 5 किलोमीटर की रेंज तक इसका कैमरा प्रभावी निगरानी योग्य है। लगातार 40 मिनट तक ड्रोन उड़ान भर सकता है। कलेक्टर आशीष सिंह और अतिरिक्त पुलिस कमिश्रर अमित सिंह ने इस विशेष ड्रोन का कृष्णपुरा छतरी स्थल पर परीक्षण भी किया। इसे ड्रोन स्टॉर्क के नाम से भी जाना जाता है। दूसरी तरफ हुकुमचंद मिल की झांकी को प्रथम, राजकुमार मिल को द्वितीय, कल्याण मिल को तृतीय और स्वदेशी और होप टेक्सटाइल को विशेष पुरस्कार दिया गया। खजराना गणेश, नगर निगम, प्राधिकरण सहित अन्य संस्थाओं की झांकियां भी सराही गई और बड़ी संख्या में रातभर लोगों ने इन झांकियों को निहारा और अखाड़ों को भी विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया, जिसमें छोगालाल उस्ताद और चंद्रपाल उस्ताद व्यायामशाला को प्रथम और महिला वर्ग में श्रीरामनाथ गुरु शस्त्र कला व्यायामशाला को प्रथम पुरस्कार मिला। कलेक्टर ने चल समारोह सुचारू सम्पन्न होने पर सभी का आभार भी माना। वहीं अब आज से तीन दिन खड़ी झांकियों को निहारने बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे।