
इंदौर। सिटीजन कॉप (Citizen Cop) पर मोबाइल (mobile ) गुम होने और चोरी हुए मोबाइल की रिपोर्ट ऑनलाइन (Report Online) दर्ज होती है। पुलिस इन मोबाइल को ट्रेस कर बरामद करती है।
दस प्रतिशत ही मोबाइल बरामद हो पाते हैं, जबकि बाकी या तो दूसरे शहरों में या फिर विदेश में बिक जाते हैं। इस साल क्राइम ब्रांच ने लाखों रुपए मूल्य के 560 मोबाइल बरामद किए हैं। ये मोबाइल यूपी, महाराष्ट्र और राजस्थान में बिक गए थे। इंदौर चोरी के मोबाइल का एक बड़ा सेंटर बना हुआ है। यहां कई संगठित गिरोह यह काम करते हैं। कल क्राइम ब्रांच ने चोरी या फिर गुम हुए 170 लोगों के मोबाइल ढूंढकर उनको वापस करवाए, जिनकी कीमत 40 लाख रुपए बताई गई है। कुछ समय पहले क्राइम ब्रांच ने ही जूनी इंदौर क्षेत्र में एक मकान पर छापा मारकर लाखों के मोबाइल जब्त किए थे, जबकि उसके पहले रावजी बाजार में एक मकान पर छापा मारकर लाखों के चोरी के मोबाइल जब्त किए गए थे। जांच में पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। एक आरोपी तो नेपाल बॉर्डर से चोरी के मोबाइल की खेप लेकर जाते पकड़ाया था। इनसे पता चला था कि वे महंगे मोबाइल नेपाल, थाईलैंड और दुबई तक भेजते हैं, जबकि देश में ये मोबाइल कई राज्यों में जाते हैं।