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सिंहस्थ तक शुरू नहीं हो पाएगी इंदौर-खंडवा रेल लाइन

July 09, 2025

वन विभाग से अब तक नहीं मिली है जमीन, इसके चलते पांच बड़ी टनल के टेंडर होने के बावजूद शुरू नहीं हो पा रहा काम, सबसे बड़ी टनल का तो टेंडर भी बाकी

इंदौर, विकाससिंह राठौर।
राज्य सरकार (state government) सिंहस्थ (Simhastha) तक इंदौर से खंडवा (Indore-Khandwa) तक रेल लाइन (railway line) शुरू करने के सपने दिखा रही है, लेकिन सिंहस्थ तक यह काम पूरा होना लगभग असंभव है, क्योंकि इस ट्रैक के सबसे पेचीदा हिस्से, जिस पर छह बड़ी और कई छोटी टनल बनना हैं, पर अब तक रेलवे को वन विभाग से जमीन तक नहीं मिल पाई है। जमीन मिलने के बाद यह काम शुरू होगा। विशेषज्ञों के मुताबिक इस काम को पूरा होने में कम से कम तीन से चार साल का समय लगेगा। इसे देखते हुए कहा जा रहा है कि यह रेल लाइन 2030 तक ही पूरी हो पाएगी।


उल्लेखनीय है कि इंदौर से खंडवा ब्रॉडगेज लाइन का काम 2012 में शुरू हुआ था। पहले यह लाइन जहां 141 किलोमीटर की थी, वहीं अब इसे करीब 180 किलोमीटर में बिछाया जा रहा है। इस ट्रैक पर इंदौर से महू और ओंकारेश्वर से खंडवा के बीच रेल लाइन डल चुकी है और इस पर ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो चुका है। लेकिन बीच के हिस्से में बलवाड़ा से पातालपानी के 80 किलोमीटर का हिस्सा घाट सेक्शन का है और यहां रेल लाइन बिछाने के लिए कई टनल का निर्माण किया जाना है। प्राकृतिक चुनौतियों से पहले यहां सबसे बड़ी चुनौती जमीन को लेकर है। इस हिस्से में रेल लाइन बिछाने के लिए वन विभाग से करीब 454 हेक्टेयर जमीन की मांग की गई है। वन विभाग ने हाल ही में इस पर सहमति देते हुए फाइल को आगे बढ़ा दिया है, लेकिन अभी इस पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी से पहले कोई काम नहीं किया जा सकता है।

11 किलोमीटर लंबी टनल के लिए अब तक टेंडर ही नहीं हुए
रेलवे विशेषज्ञ नागेश नामजोशी ने बताया कि बलवाड़ा से पातालपानी के बीच के 80 किलोमीटर के हिस्से में 6 बड़ी और कई छोटी टनल बनना हैं। बड़ी टनल की बात करें तो अब तक पांच टनल के निर्माण के लिए टेंडर हुए हैं, लेकिन एक का भी काम शुरू नहीं हुआ है, क्योंकि वन विभाग से जमीन ही नहीं मिली है। वहीं सबसे बड़ी करीब 11 किलोमीटर की टनल के लिए तो टेंडर ही नहीं हुए हैं। वन विभाग द्वारा हाल ही में दी गई मंजूरी के बाद अब फाइल मुख्यमंत्री के पास जाएगी और वहां से केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के पास। यहां से मंजूरी के बाद जमीन रेलवे को मिलेगी और फिर यहां निर्माण कार्य शुरू हो पाएगा। बड़ी टनल के निर्माण में कम से कम तीन से चार साल लगेंगे, इसलिए सिंहस्थ 2028 तक इस ट्रैक पर ट्रेन शुरू होना असंभव है।

अगले साल खंडवा से चोरल तक शुरू हो सकती है
नामजोशी ने बताया कि खंडवा से ओंकारेश्वर तक रेल लाइन शुरू हो चुकी है। यहीं से बड़वाह तक रेल लाइन का काम चल रहा है, जिसमें सबसे बड़ा काम मोरटक्का पर पुल बनाने का है, जो अगले साल तक पूरा हो जाएगा। इसके आगे भी रेल लाइन का काम लगातार जारी है। इसे देखते हुए उम्मीद है कि अगले साल तक खंडवा से चोरल तक रेल लाइन तैयार हो जाएगी, लेकिन इंदौर से खंडवा के बीच ट्रेन शुरू होने में पांच साल लगने का अनुमान है।

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