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इन्दौर : सिरपुर में मंदिर की जमीन पर मानसरोवर होटल

December 23, 2024


प्रशासन ने खरीदी बिक्री पर लगाई रोक

इन्दौर। ग्राम सिरपुर (Sirpur) की सर्वे क्रमांक 394 की भूमि (land) श्रीराम मंदिर (Shri Ram Temple) के नाम से सन 1925 और 1959 की मिसल में दर्ज है, लेकिन सन 1993 में न केवल इस जमीन का बंटवारा हो गया। इस जमीन पर सन 2000 में रजिस्ट्री (Registry) के आघार पर नामांतरण किया गया, जिसे मंदिर के पुजारी के पुत्र ने विक्रय किया जाना बताया जा रहा है। उक्त जमीन की शिकायत के बाद सामने आया कि यहां वर्तमान में बगीचा और मानसरोवर होटल (Mansarovar Hotel) संचालित किया जा रहा है, जिसके चलते खरीदी बिक्री पर रोक लगाने के लिए रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है।



आश्चर्य की बात यह है कि उक्त तहसील के पटवारी और तहसीलदार को इसकी भनक भी नहीं लगी है। सिरपुर के राम मंदिर को लेकर मिली शिकायत में हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देकर दो भागों में जमीन का बंटवारा भी कर दिया गया है।1993 में किए गए बंटवारा को लेकर बताया जाता है कि न्यायालय की डिक्री के अनुसार बंटवारा किया गया था और जमीन के दो भाग हुए। एक भाग मंदिर के नाम से है और दूसरे भाग को विक्रय कर नामांतरण भी हो गया। पटवारी रिपोर्ट में जिस डिक्री का उल्लेख हुआ है, वह भी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं मिल पा रही है। उक्त न्यायालय आदेश की प्रति न्यायालय का रिकॉर्ड जल जाने के कारण वह भी प्रशासन को नहीं मिली।

बगीचा और होटल बन गया
वर्तमान रिकॉर्ड के अनुसार ग्राम सिरपुर के सर्वे क्रमांक 394/1 रकबा 0.209 हेक्टेयर श्रीराम मंदिर और सर्वे कमांक 394/2 रकबा 0.325 हेक्टेयर साधना पति प्रकाश नांदेडकर का नाम दर्ज है। सर्व क्रमांक 394/1 जो श्रीराम मंदिर के नाम से है उस पर वर्तमान में बगीचा और मानसरोवर होटल बना हुआ है। मिसल बन्दोबस्त अनुसार सर्वे क्रमांक 394 अभिलेख में श्रीराम मंदिर, मैनेजर गोपालदास राव के नाम से दर्ज है, जिसका रकबा 1.32 एकड इनाम देव स्थान के नाम से उल्लेखित है। वर्तमान में सामने आई एक शिकायत के बाद एसडीएम निधि वर्मा ने जमीन को लेकर नए सिरे से जांच की शुरू की है । एसडीएम वर्मा ने बताया कि जब तक जांच नहीं हो जाती, तब तक इस भूमि पर किसी तरह की क्रय-विक्रय की कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए वरिष्ठ जिला पंजीयक कार्यालय को पत्र लिखा गया है।

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