
इन्दौर। लोक अदालत में कल कई झोनों पर सर्वर की खराबी के बावजूद राशि जमा होने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा और 100 करोड़ से ज्यादा की राशि निगम खजाने में आई, वहीं कई झोनलों पर जमा हुई राशि का मिलान सुबह तक चलता रहा। लापरवाही पर कई अधिकारियों को फटकार भी लगाई गई, वहीं दूसरी और विद्युत कंपनी ने लोक अदालत में 6793 प्रकरणों का निपटारा किया। इसमें इन्दौर, उज्जैन के भी कई उपभोक्ताओं के मामले शामिल हैं।
नगर निगम राजस्व विभाग ने सम्पत्ति कर और जलक र के कई बड़े बकायादारों को 15 दिन पहले ही थोकबंद सूचना पत्र भेजना शुरू कर दिए थे और कई जगह हल्ला गाडिय़ों से मुनादी हो रही थी तो वहीं निगम ने बड़े बकायादारों की सूचियां सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा कर दी, जिसके चलते बड़े बकायादारों ने कल निगम में खासी रकम जमा कराई। हालांकि इसको लेकर निगमायुक्त दिलीपकुमार यादव, एमआईसी मेंबर निंरजनसिंह चौहान, अपर आयुक्त शृृंगार श्रीवास्तव और कई अधिकारियों की विशेष प्लानिंग तैयार की गई थी, ताकि कहीं भी करदाताओं को परेशाना नहीं होना पड़ा।
कल निगमायुक्त से लेकर कई आला अधिकारी झोनलों का दौरा करते रहे और खामियां सुधारने के निर्देश देते रहे। राजस्व समिति प्रभारी निरंजनसिंह चौहान के मुताबिक 100 करोड़ से ज्यादा की राशि निगम में जल कर और मस्पत्ति करकी जमा हुई है। इनमें सर्वाधिक 98 करोड़ रुपए सम्पत्ति कर के मिले है। सुबह कई झोनों से लेकर मुख्यालय तक जमा हुई राशि की पोस्टिंग करने का काम चलता रहा।
झोन 22 पहले नंबर पर रहा, 11 करोड़ से ज्यादा आए
नगर निगम के सभी झोनलों पर लोक अदालत को लेकर खास तैयारियां की गई थीं और इसी के चलते सभी झोनलों द्वारा बकायादारों को लोक अदालत के लिए नोटिस भेजने से लेकर छूट का लाभ लेने के लिए तमाम प्रयोग किए गए थे, ताकि ज्यादा से ज्यादा राशि खजाने में आ सके। कल देर रात कई झोनलों पर राशि जमा करने का सिलसिला जारी रहा। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक झोन क्रमांक 22 में सबसे ज्यादा 11,13,84,763 रुपये जमा हुए। दूसरी ओर झोन क्रमांक 13 में 8,82,47,922, झोन 16 में 6,23,18,830 की राशि जमा हुए। झोन 11 में 5,72,03,232 रुपये की राशि जमा हुई, वहीं सबसे फिसड््डी झोन क्रमांक 6 रहा। जहां सबसे कम 44,90,609 रुपए की राशि ही जमा हुई। कल देर रात तक झोनलों से लेकर निगम मुख्यालय पर जमा हुई राशि खातों में पोस्टिंग चलती रही और कई जगह आज सुबह भी अधिकारी झोनलों पर पहुंचकर राशि मिलान की माथापच्ची में लगे रहे।
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