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इंदौर : यातायात जाम की समस्या का समाधान है लोक परिवहन

August 05, 2025

महापौर ने अपने कार्यकाल के 3 साल पर साफगोई से बताई उपलब्धि और स्वीकार की नाकामी

डा. जितेन्द्र जाखेटिया

इंदौर। महापौर (Mayor) पुष्यमित्र भार्गव (Pushyamitra Bhargava) एक तरफ जहां अपने 3 वर्ष के कार्यकाल में किए गए कामों पर संतुष्टि जताते हैं तो वहीं दूसरी तरफ शहर में सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभरे यातायात जाम (Traffic jam) के मुद्दे पर कोई समाधान उनके पास नहीं होने की बात भी स्वीकारते हैं। उनका मानना है कि इस समस्या का एक ही समाधान है कि लोग अपने निजी वाहन से चलने के बजाय लोक परिवहन से सफर करना शुरू करें।

अपने कार्यकाल के 3 वर्ष पूरे होने के मौके पर अग्निबाण से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हुकमचंद मिल के मजदूरों को उनके अधिकार का पैसा दिलाना उनके कार्यकाल की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इंदौर नगर निगम को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। इसका परिणाम है कि पिछले वित्त वर्ष में निगम ने 1000 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया है। इसके साथ ही वर्ष 2014 से 2022 तक के ठेकेदारों के सभी बकाया भुगतान कर दिए गए हैं। निगम में पहली बार 100 बीघा जमीन का लैंड बैंक बनकर तैयार किया गया है। इसमें शक्करखेड़ी की 70 बीघा जमीन को धोबी घाट की 15 एकड़ जमीन शामिल है। निगम की गोशाला के संचालन को बेहतर बनाया गया और अब ग्राम आशापुरा में एक नई गोशाला तैयार करने का काम शुरू किया गया है।


उन्होंने कहा कि पिछले साल हमने नागरिकों के पानी के बकाया बिल में से आधी राशि माफ करने की बड़ी पहल की, जिसके परिणाम स्वरूप निगम को 100 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल हुआ। इंदौर में पहली बार 500 करोड़ रुपए की मास्टर प्लान की सडक़ों का निर्माण शुरू किया गया है। पिछले 30 साल से रुकी साकेत नगर की सडक़, 20 साल से अटकी तिलक नगर की सडक़, 600 झोपड़े हटाकर सुदामा नगर की सडक़ का निर्माण किया है। निगम के डिजिटलाइजेशन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वार्ड 82 में 8000 मकानों में डिजिटल नंबर प्लेट लगाई गई है। अब इस साल में पूरे शहर में ऐसी नंबर प्लेट हर घर में लगा दी जाएगी। निगम के 10 लाख दस्तावेज स्कैन कर लिए गए हैं। निगम का खुद का पोर्टल तैयार है। स्वच्छता में नेक्स्ट लेवल का काम शुरू हो गया है।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने यातायात जाम की समस्या के समाधान में अपनी नाकामी को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि जब गाडिय़ों की संख्या शहर में इतनी अधिक होगी तो यातायात तो जाम होगा ही। इस समस्या का समाधान यही है कि शहर के नागरिक लोक परिवहन में सफर शुरू करें।

उन्होंने कहा कि नेहरू स्टेडियम के स्थान पर नया स्टेडियम का निर्माण करने का काम शुरू नहीं कर पाया हूं। शहर में लोगों के घरों में नल से आने वाले गंदे पानी की समस्या का समाधान भी एक चुनौती बना हुआ है। नगर निगम में स्किल्ड प्रोफेशनल की भर्ती की बहुत ज्यादा आवश्यकता है, लेकिन इस आवश्यकता की पूर्ति नहीं करवा सका हूं। सडक़ के गड्ढों के मामले में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शहर में 350 किलोमीटर लंबी डामर की सडक़ हैं। जब भी बारिश होती है तो इन सडक़ों पर गड्ढे हो जाते हैं। हर साल बारिश के बाद पैचवर्क करवाते हैं, फिर 1 साल तक यह सडक़ें सही रहती हैं। इन सडक़ों के गड्ढों के कारण नागरिकों को इन दिनों में जो परेशानी हो रही है उसका हमें खेद है। ड्रेनेज की नई लाइन डालने के लिए जो खुदाई होती है उसके कारण नागरिकों को परेशानी होती है, लेकिन खुदाई किए बगैर लाइन नहीं डाली जा सकती है। इस समस्या का मेरे पास कोई समाधान नहीं है। शहर में स्ट्रीट डॉग द्वारा काटे जाने की समस्या भी गंभीर है। इस समस्या का भी कोई समाधान नहीं निकल पा रहा है।

काम जो नहीं कर सके
नलों में गंदा पानी आने की समस्या का समाधान
स्किल्ड प्रोफेशनल की भर्ती
सडक़ के गड्ढे से मुक्ति
ड्रेनेज लाइन की खुदाई से नागरिकों की परेशानी
स्ट्रीट डॉग की समस्या से मुक्ति का कार्य

काम जो पहली बार कर पाए
2014 से 2022 तक के ठेकेदारों के सभी पेमेंट कर दिए
निगम में 100 बीघा जमीन का लैंड बैंक बनाया
पानी के बकाया बिल आधे माफ कर निगम को 100 करोड़ दिलवाए
मास्टर प्लान की 23 सडक़ों का निर्माण शुरू करवाया
निगम में नीतिगत फैसले जनप्रतिनिधि लेने लगे

काम जो निकट भविष्य में होंगे
शहर के हर वार्ड के हर घर में होगी डिजिटल नंबर प्लेट
निगम के जोनल कार्यालय अध्यक्ष तो बन गए, अब बनाएंगे जोन समिति
रीजनल पार्क में बनेगा एम्यूजमेंट पार्क
पूरे बीआरटीएस को करेंगे 60 मीटर चौड़ा

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