
इंदौर। इंदौर के एमवाय अस्पताल (MY Hospital, Indore) में हुए चूहाकांड का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है। जयस कार्यकर्ता रविवार को बच्ची के परिजनों के साथ एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में प्रदर्शन करने पहुंचे। उनकी मांग थी कि एमवाय अधीक्षक व डीन को इस मामले में हटाया जाएगा। बच्ची के परिजन अपने साथ अस्थियां लेकर आए थे। उनका कहना था कि जब तक दोषियों के गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज नहीं होगा तब तक वे अस्थियों को नदी में प्रवाहित नहीं करेंगे।
रविवार शाम को जयस कार्यकर्ता परिजनों को लेकर एमवाय अस्पताल परिसर पहुंचे। उनके हाथ में तख्तियां थी और नारेबाजी कर विरोध जता रहे थे। वे दोषी डाॅक्टरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। जयस नेता लोकेश मुजाल्दा ने कहा कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण दो बच्चों की मौत हुई है।
एमवाय अस्पताल में संभाग के गरीब व आदिवासी परिवार अपने परिजनों को बेहतर इलाज के लिए लाते है। यदि यहां भी इतनी गंभीर लापरवाही होगी तो फिर सरकार इलाज का ढोंग क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन का हमारा मकसद परिजनों को न्याय मिले और अस्पताल की व्यवस्था में सुधार हो।
मेडिकल काॅलेज डीन व अन्य डाॅक्टर प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचे तो उनका कहना था कि जब तक एक्शन नहीं होगा। उनका प्रदर्शन समाप्त नहीं होगा। आपको बता दे कि गत दिनों जयस नेता कलेक्टर शिवम वर्मा से भी मिलने गए थे। तब उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसके बाद शाम को ही कमेटी की रिपोट आ गई थी और प्रभारी विभागाध्यक्ष को हटा दिया गया था।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved