
– ‘वर्ल्ड हेरिटेज वीक’ पर पुरातत्व विभाग ने किया आयोजन
इंदौर। आज सुबह छाए कोहरे (fog) के बीच इंदौर (Indore) ही नहीं मंदसौर, नीमच, भोपाल, निवाड़ी के कला और पुरातत्व (Archaeology) से जुड़े छात्रों (students) ने शहर की पुरातन महत्व वाली इमारतों के महत्व को जाना। पुरातत्व विभाग 19 से 25 नवंबर तक ‘वर्ल्ड हेरिटेज वीक’ के दौरान प्रदेशभर में अलग-अलग कार्यक्रम कर रहा है। आज चार शहरों में हेरिटेज वॉक आयोजित हुई।
सुबह बोलिया सरकार की छत्री पर पहुंचे छात्रों के समूह को इंदौर पुरातत्व विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में पुरातत्व इंडिया के शिवाजी ने इमारत की खासियत की जानकारी देते हुए बताया कि आज के समय में अगर हम कहीं भी जाते हैं, तो रहस्य तलाशने की कोशिश करते हैं, क्योंकि आज के सोशल मीडिया की मांग ही कुछ इस तरह है, जबकि हमें हर जगह रहस्य तलाशने की जरूरत ही नहीं है। बोलिया सरकार की छत्री के की बनावट और उसकी मूर्तिकला पर भी विस्तार से छात्रों को बताया गया। छात्रों में भी यहां लगी मूर्तियों पर सवाल किए। शिवाजी ने बताया कि ये छत्री ही अपने आप में बहुत कुछ कहती है। यहां की मूर्तियां जिस काल की है, वो आपको महेश्वर की यात्रा करवा देती है। छात्रों को उस समय के कलाकारों की कला को लेकर आजादी के बारे में भी बताया गया। विभाग से आशुतोष महाशब्दे ने बताया कि इसके बाद कृष्णपुरा छत्री, गोपाल मंदिर और राजबाड़ा पर भी हेरिटेज वॉक हुई, जिसमें राजबाड़ा के बनने से लेकर अब तक के इतिहास को बताया गया।