
इंदौर। हाईकोर्ट (High Court) से नाराजगी झेलने के बाद इंदौर (Indore) यातायात पुलिस (traffic police) अब एक और नया प्रयोग कर रही है। इसके लिए उन सोलह चौराहों को चुना गया है, जहां सबसे ज्यादा नियम टूटते हैं और यहां बनने वाले आईटीएमएस (ITMS) चालानों की संख्या ज्यादा है। यहां यातायात पुलिस बॉडी वॉर्न कैमरों (body worn cameras) से लैस होगी। सिग्नल जम्प करने वालोंं के फोटो लेकर आईटीएमएस को भेजे जाएंगे।
बीते दिनों हाईकोर्ट ने इस बात पर नाराजगी जताई थी कि चौराहों पर यातायात पुलिस होने के बाद भी इतने नियम कैसे टूट रहे हैं और इतने चालान क्यों बन रहे हैं, जिसके बाद हर जोन से चार चौराहों को लेकर ये प्रयोग किया जा रहा है। इन चौराहों पर सबसे बेहतर टीम को लगाया गया है, जो शहर में हर परिस्थिति में यातायात व्यवस्था सम्हालने में कुशल है। इन टीम में सभी को हर समय अपना बॉडी वॉर्न कैमरा लगाए रखना होगा। आईटीएमएस कैमरों के अलावा अब नियम तोडऩे वालों की तस्वीरें इन कैमरों में भी कैद होगी। इसके अलावा यहां तैनात टीम नियम तोडऩे वालों (रेड सिग्नल जम्प) की अपने मोबाइल के कैमरों से भी तस्वीरें लेकर आईटीएमएस को भेजेगी, जिसके बाद उन्हें चालान भेजे जाएंगे। कुछ चौराहे ऐसे भी लिए गए हैं, जहां आईटीएमएस कैमरे नहीं लगे हैं। यातायात पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि एक हफ्ते लगातार मॉनिटरिंग के बाद परिणाम देखा जाएगा।
पहले भी हो चुका है यह
इससे पहले भी रियल टाइम एक्शन चालानी कार्रवाई में ये प्रयोग हो चुका है, लेकिन बल की कमी और लगातार वीआईपी मूवमेंट के चलते ये सफल नहीं हुआ। उदाहरण के तौर पर रसोमा चौराहे पर नियम तोडक़र निकले वाहन चालक की सूचना एमआर 9 चौराहे पर खड़ी टीम को सेट पर दी जाती थी। यहां खड़ी टीम उन्हें रोककर चालानी कार्रवाई करती थी।
इन 16 चौराहों पर एक हफ्ते अभियान
जोन 1 से मरीमाता, चंदन नगर, टाटा स्टील चौराहा। जोन 2 से विजय नगर, रसोमा, एलआईजी और रोबोट चौराहा। जोन 3 से पलासिया, कृषि कॉलेज, व्हाइट चर्च और गीता भवन एवं जोन 4 से आईटी पार्क, भंवरकुआं, चोइथराम और महूनाका को लिया गया है। इनमें से कुछ वे चौराहे हैं, जहां हर महीने 5 हजार से ज्यादा आईटीएमएस चालान बनते हैं। यानी यहां नियम तोडऩे वाले 5 हजार से ज्यादा है। इसी में कमी लाने के लिए यातायात पुलिस ये सख्ती और प्रयोग कर रही है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved