
प्राधिकरण के कार्यों की प्रशंसा कर गए मुख्यमंत्री, गिफ्ट सिटी जैसे प्रोजेक्ट भी लाएंगे
– अग्रिबाण से बोले मुख्यमंत्री- जल्द आएगा मास्टर प्लान
– 582 इलेक्ट्रिक बसें 6 शहरों में दौड़ेंगी
– 40 दिन में परमिशन देने का भी किया दावा
– दो व्यावसायिक भूखंडों पर 671 करोड़ का प्रोजेक्ट
– एमआर-10 को बताया बड़ी सौगात, मधु वर्मा को किया याद
– अब कल दुबई और स्पेन की विदेश यात्रा पर होंगे रवाना
इंदौर। प्रदेश में लगातार हवाई सेवाएं बढ़ाई जा रही है और इंदौर (Indore) एयरपोर्र्ट (airport) का विस्तार भी किया जा रहा है। अहमदाबाद की तर्ज पर गिफ्ट सिटी (Gift City) बनाने की इच्छा भी मुख्यमंत्री (CM) डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) ने ग्रोथ कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कही। इसके साथ ही इंदौर विकास प्राधिकरण के कार्यों की सराहना भी की और कहा कि इस तरह के प्रोजेक्ट ही अमल में लाए जाना चाहिए। हुकुमचंद मिल की 42 एकड़ जमीन पर भी प्रदेश का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट लाया जा रहा है, जिसके मॉडल को भी मुख्यमंत्री ने एक्स-पो में देखा। केबल कार के साथ महानगरों की तर्ज पर पॉड टैक्सी की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है। इंदौर का मास्टर प्लान भी जल्द अमल में आएगा, तो 40 दिन में रियल इस्टेट प्रोजेक्टों को अनुमति मिलने की बात भी अफसरों ने कही।
कल इंदौर में जो ग्रोथ कॉन्क्लेव आयोजित की गई उसमें जहां हजारों करोड़ रुपए के एमओयू तो साइन हुए ही, वहीं 1600 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट प्राधिकरण के भूखंडों पर लाए जा रहे हैं, जिसमें एमआर-10 पर योजना 139 के दो भूखंडों को पिछले दिनों सेंचुरी-21 होम प्लानर प्रा.लि. द्वारा 130 करोड़ रुपए में खरीदा गया और अब इस पर विशाल कमर्शियल 671 का प्रोजेक्ट लाया जा रहा है। कल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस प्रोजेक्ट को लाने वाले कम्पनी के डायरेक्टर करण छाबड़ा को सम्मान-पत्र भी दिया। प्राधिकरण द्वारा ही सुपर कॉरिडोर पर बेचे भूखंड पर ठकराल समूह द्वारा 350 बिस्तरों के हॉस्पिटल का भी प्रोजेक्ट लाया जा रहा है। 2004 के सिंहस्थ में प्राधिकरण ने एमआर 10 और सुपर कॉरिडोर का जो निर्माण किया था, जिस पर आज 8 लेन में यातायात दौड़ रहा है उसकी भी सराहना मुख्यमंत्री ने करते हुए तत्कालीन प्राधिकरण अध्यक्ष और वर्तमान में राऊ के विधायक मघु वर्मा की प्रशंसा भी की और कहा कि इस तरह की सडक़ों का निर्माण किया जाना चाहिए। इस कॉन्क्लेव में विभिन्न उद्योगों, होटल, रियल इस्टेट, हॉस्पिटल, आईटी, रिन्युअल एनर्जी सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश प्रस्ताव भी प्राप्त हुए। इंदौर-भोपाल के मेट्रो प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने के साथ ही जबलपुर-ग्वालियर में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का विकास किया जा रहा है, तो 582 इलेक्ट्रिक बसें इंदौर सहित 6 शहरों में चलेंगी। मुख्यमंत्री ने कुछ प्रमुख निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा भी की, जिसमें हुडक़ो अध्यक्ष संजय कुलश्रेष्ठ, पटेल इन्फ्रा के अरविन्द पटेल, आईटीसी के आशीष पाल, ओमेक्स ग्रुप के मोहित गोयल, एमकेसी इन्फ्रा के केतन पटेल, मध्यप्रदेश होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के सुमित सूरी, टाटा प्रोजेक्ट्स की प्रीति पटेल सहित अन्य निवेशकों से चर्चा की और उन्हें आश्वस्त भी किया कि परमिशन तय समय सीमा में मिलेगी और साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी सडक़, बिजली, पानी जैसी अन्य सुविधाओं में भी कोई कटौती नहीं होगी। विभागीय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के जिस एरिया में यह कॉन्क्लेव हो रही है, वहां पहले जंगल था और उससे जुड़ा मिल क्षेत्र कहलाता था, जहां पर बैलगाडिय़ों में भरकर अनाज आता था और सेठ हुकुमचंद द्वारा किसानों की भोजन की व्यवस्था की जाती थी। बैलगाड़ी से मेट्रो का सफर तय करने वाले इंदौर में अभी भी विकास की संभावनाएं मौजूद हैं।