
प्रबंध समिति की बैठक में कलश बदलने को लेकर जोरदार विवाद
इंदौर। लाखों नागरिकों (citizens) की श्रद्धा के केंद्र खजराना (Khajrana) के श्री गणेश मंदिर (Ganesh temple) के शिखर के कलश (Kalash) तिरछे हो गए हैं। इन कलश को बदलने के बारे में पिछले दिनों हुई मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में विचार किया गया। जब इस मामले पर चर्चा हुई तो जोरदार विवाद हो गया।
खजराना का गणेश मंदिर इंदौर का एकमात्र ऐसा स्थान है, जिससे लाखों नागरिकों की श्रद्धा जुड़ी है। बड़ी संख्या में लोग तो हर दिन ही इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते हैं, जबकि हर बुधवार को इस मंदिर पर जाने वालों की संख्या भी लाखों में है। अब आने वाले समय में इस मंदिर पर तिल चतुर्थी का मेला लगने वाला है। इसके साथ ही अंग्रेजी नववर्ष के मौके पर भी लाखों नागरिक अपने आराध्य खजराना गणेशजी के दर्शन के लिए पहुंचेंगे।
पिछले दिनों मंदिर प्रबंध समिति की बैठक कलेक्टर शिवम वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में नगर निगम आयुक्त दिलीपकुमार यादव भी मौजूद थे। बैठक में आने वाले दिनों में होने वाले दोनों बड़े आयोजन पर तो चर्चा की ही गई, इसके साथ ही अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इस दौरान प्रमुखता के साथ जो मुद्दा उठा, वह था खजराना के गणेशजी के मंदिर के गर्भगृह के ऊपर बने हुए गुंबद में शिखर की ओर लगे कलश के तिरछा हो जाने का। इस मुद्दे पर बैठक में चर्चा हुई तो प्रशासनिक अधिकारियों का मत था कि जब कलश तिरछे हो गए हैं तो उन्हें निकालकर बदल दिया जाना चाहिए।
अधिकारियों के इस विचार से मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने भी सहमति जताई। उनका भी कहना था कि गुंबद में शिखर की तरफ लगे हुए कलश निकाल दो और नए कलश लगाने का कार्य करवा दो। इस मामले में फैसला होने की तरफ ही था कि मंदिर के पुजारी जयदेव भट्ट ने इस पर आपत्ति ले ली। उनका कहना था कि कलश निकालकर तो मंदिर के गुंबद को नहीं रखा जा सकता। मरम्मत का कार्य भी इस तरह से नहीं हो सकता है। उन्होंने अपनी बात के समर्थन में धार्मिक तर्क भी रख दिए। इस मामले को लेकर मंदिर के पुजारी परिवार के मतभेद भी सामने आने लगे और वाद-विवाद की स्थिति बन गई। ऐसे में अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर पूरी चर्चा को समाप्त कराया। बैठक में तय किया गया कि इस मुद्दे पर आने वाले समय में विचार किया जाएगा।
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