
ये कैसी मरीजों की चिंता- हार्ट पेशेंट और गंभीर घायलों को भी मोहरा बनाया
नवजातों की मौत पर बढ़ा विवाद, रात को बारिश में भीगते हुए भी आज चौथे दिन प्रदर्शन जारी
इंदौर। एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में चूहों (Rate) के काटने से दो नवजातों की मौत के बाद शुरू हुआ विरोध आंदोलन आज बुधवार को चौथे दिन भी जारी रहा। एक ओर अस्पताल प्रबंधन और कर्मचारी मोर्चा तथा दूसरी ओर जय आदिवासी युवा शक्ति (Jais) आमने-सामने आ गए हैं। जयस अपनी मांग को लेकर धरना दे रहा है, वहीं कल उनका प्रदर्शन खत्म करने के लिए अधिकार- कर्मचारी और डॉक्टर भी मैदान में उतर आए हैं।
आकस्मिक चिकित्सा गेट को बंद कर मरीज को वीआईपी गेट से ले जाया गया। रैंप नहीं होने के कारण कई मरीज और कर्मचारी गिरते-पड़ते नजर आए, वहीं गंभीर घायलों को भी एंबुलेंस से उतारकर सीढिय़ां चढऩे को मजबूर होना पड़ा। जिस वीआईपी गेट से आम जनता और मरीजों को आने-जाने की इजाजत नहीं है, कल वह लगभग 3 घंटे तक खोल दिया गया। हर 10 मिनट में पहुंच रही एंबुलेंस से गंभीर मरीजों को सीढ़ी चढक़र लंबे रास्ते से कैजुअल्टी तक ले जाया जा रहा था। दोनों पैर और सिर पर गंभीर इंजुरी होने के बाद महिला को स्ट्रैचर पर रखकर टांगा-टोली कर भर्ती कराया गया, वहीं सिर और हाथ पर गंभीर चोट लेकर पहुंचे एक मरीज को सीढिय़ां चढऩे पर भी मजबूर किया गया। दूसरी तरफ वह प्रसूता जिसने अपने बच्चे को जन्म देने के बाद खो दिया है और वह पूरी तरह से शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हो सकी है, दिन-रात अस्पताल के बाहर बारिश, धूप और ठंड में ठिठुर रही है, जबकि दोनों ही संगठनों के लिए यह प्रतिष्ठा का प्रश्न बनकर रह गया है।
ब्लैकमेलिंग की नीयत से माहौल बिगाड़ रहे
जयस एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया और सुपरिटेंडेंट डॉ. अशोक यादव को निलंबित करने की मांग लेकर अड़ा है, वही डॉक्टरों ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर नारेबाजी की। अस्पताल कर्मचारियों का कहना है कि जांच के बावजूद आंदोलनकारी ब्लैकमेलिंग की नीयत से माहौल बिगाड़ रहे हैं। मेडिकल टीचर एसोसिएशन ने भी सामूहिक इस्तीफा देने का दिखावा किया।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी रहे तैनात
जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकेश मुजाल्दा ने आरोप लगाया कि प्रशासन आंदोलन दबाने के लिए पुलिस और कर्मचारियों का सहारा ले रहा है। इस बीच एमजीएम मेडिकल कॉलेज पूर्व छात्रसंघ ने भी जयस का समर्थन करने का ऐलान किया है। एडीएम रोशन राय, एसडीएम प्रदीप सोनी, राकेश परमार सहित पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारी देर शाम तक दोनों पक्षों को समझाइएश देते नजर आए। हालांकि देर रात तक भी कोई बात नहीं बनी।
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