
इंदौर, राजेश ज्वेल। मुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते कानून व्यवस्था सहित पुलिस विभाग से जुड़े मामलों को लेकर आला अफसरों की बैठक बुलाई थी। उसके बाद डीजीपी ने भी पहले उज्जैन और फिर कल सुबह इंदौर पहुंचकर समीक्षा बैठक ली। पुलिस कमिश्नर कार्यालय में आयोजित इस बैठक में अपराध नियंत्रण, महिला अपराधों पर अंकुश, बेहतर पुलिंग, कानून व्यवस्था, माफियाओं और संगठित अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सहित तमाम विषयों पर अधीनस्थों को निर्देश दिए। उसके पश्चात डीजीपी कैलाश मकवाना ने मीडिया से भी विस्तृत चर्चा की।
अग्निबाण द्वारा पूछे सवाल के जवाब में इंदौर बायपास पर लगे भीषण जाम को उन्होंने गंभीर माना और सिंहस्थ के मद्देनजर भी यातायात के लिए माइक्रो प्लानिंग की जरूरत बताई और कहा कि सडक़ों के चौड़ीकरण सहित कई कार्य इस दिशा में किए जा रहे हैं। इंदौर में नए पुलिस थाने तो खुलेंगे ही, वहीं साधन-सुविधाएं और बल भी बढ़ाया जाएगा। डीजीपी ने यह भी स्वीकार किया कि लम्बे समय तक एक ही थाने पर पदस्थ रहने वाले जवानों की असामाजिक तत्वों के साथ सांठगांठ हो जाती है, जिसके चलते ही पिछले दिनों पहली बार 11 हजार से अधिक तबादले किए गए। डायल-100 के लिए नई 1200 गाडिय़ां भी प्राप्त हो गई हैं।
डीजीपी मकवाना को जब यह बताया गया कि इंदौर जैसे बड़े शहर का तेजी से विस्तार हो रहा है और तमाम थानों पर बढ़ते क्षेत्र और आबादी का दबाव बढ़ गया है और नए थानों के प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय भिजवा रखे हैं, तो उन्होंने कहा कि इसे जल्द मंजूरी देंगे। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष ही इंदौर में नए थानों के प्रस्ताव शासन को भिजवा दिए थे, जिसमें महालक्ष्मी नगर, धार रोड, सुपर कॉरिडोर के अलावा बढ़ते साइबर अपराध के मद्देनजर सुलकाखेड़ी में साइबर थाना खोलना भी प्रस्तावित किया गया है। वर्तमान में पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था के तहत 36 थाने हैं और ग्रामीण क्षेत्रों के आधा दर्जन थाने इससे अलग हैं, जबकि बीते कुछ वर्षों में इंदौर का तेजी से चारों तरफ विकास हुआ है और आबादी भी बढ़ रही है, जिसके चलते नए थानों की आवश्यकता है। बीते वर्षों में द्वारकापुरी, तिलक नगर, कनाडिय़ा थाने बनाए गए थे और विजय नगर पुलिस चौकी को भी थाने के रूप में तब्दील किया गया था।
इंदौर बायपास पर लगे महाजाम पर भी मकवाना ने कहा कि ऐसे मामलों में अब और अधिक सतर्कता बरती जाएगी। उन्होंने इस बारे में जानकारी देने के लिए आईजी ग्रामीण अनुराग से कहा, जिस पर उन्होंने बताया कि 50 से अधिक जवानों को बायपास पर तैनात किया गया है। मकवाना ने क्यूआर कोड के जरिए थानों के फीडबैक की भी नई शुरुआत इंदौर में करवाई, जिसके जरिए आम जनता पुलिस के संबंध में अपनी राय व्यक्त कर सकेगी। राजेन्द्र नगर और तेजाजी नगर थाने को आईएसओ सर्टिफिकेट भी डीजीपी ने दिया, वहीं डायल-100 के बारे में भी उन्होंने बताया कि पिछले दिनों नई 1200 गाडिय़ां मिली हैं, जिसका संचालन 15 अगस्त से शुरू कर दिया जाएगा। डायल-100 से भी आम जनता को बहुत फायदा मिलता है। पिछले दिनों थोकबंद थानों के जवानों के किए गए तबादलों के संबंध में मकवाना ने कहा कि उन्होंने अपने खुद के कॅरियर में भी कभी इतने बड़े पैमाने पर तबादले नहीं देखे और लगभग शत-प्रतिशत जवानों के तबादले कर दिए गए हैं। डीजीपी ने यह भी स्वीकार किया कि कई बार यह शिकायत मिलती है कि क्षेत्र के सटोरिए या अन्य अपराधों में लिप्त अपराधियों के साथ थानों के जवानों की सेटिंग हो जाती है। चूंकि एक ही थाने पर लम्बे समय तक पदस्थ रहने से यह समस्या स्वाभाविक है, उसी को हल करने के लिए ये तबादले इतनी बड़ी संख्या में किए गए।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved