
नई दिल्ली । मार्केट रेगुलेटरी(Market Regulatory ) सेबी(SEBI) के राडार पर इंडसइंड बैंक(Indusind Bank) के 6 अधिकारी हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार सेबी यह जांच कर रही है कि इन सभी अधिकारियों को कहीं पहले से तो इन गड़बड़ियों की जानकारी(Error information) तो नहीं थी। अगर थी तो इसके पब्लिक में आने से पहले इन्होंने इंडसइंड बैंक के शेयरों की बिक्री को नहीं की थी। इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
कारण बताओ नोटिस जारी
सेबी की तरफ से इन सभी 6 अधिकारियों के ट्रेड की टाइमिंग की जांच की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं इन अधिकारियों ने इंटरनल कोड ऑफ कंडक्ट को तोड़ा तो नहीं है। फिलहाल यह पूरी जांच बिलकुल शुरुआती दौर में हैं। रिपोर्ट के अनुसार इन सभी अधिकारियों और बैंक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। बता दें, इस पूरे मसले पर फिलहाल कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं सामने आई है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट में क्या कुछ आया था?
हालांकि, इस महीने की शुरुआत में न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि फॉरेंसिक रिव्यू से पता चला है कि दो बैंक के अधिकारियों ने अकाउंटिंग गड़बड़ियों की जानकारी होने के बाद भी शेयरों की ट्रेड पूरा किया है। बता दें, मार्च के महीने में बैंक ने बताया था कि इंटरनल डेरिवेटिव के वर्षों के गलत डाटा की वजह से 230 मिलियन डॉलर की गड़बड़ी सामने आई थी। बीते महीने बैंक के चीफ एक्जीक्यूटीव सुमंत कठपालिया और अरुण खुराना ने अपने पद को छोड़ दिया था।
भारत में इंसाइडर ट्रेडिंग के लिए आपराधिक और सिविल कार्यवाही हो सकती है। हालांकि, अभी तक इस मसले पर कोई भी सजा नहीं हुई है। सेबी अमूमन इस मसले पर पेनाल्टी या फिर कुछ समय के लिए मार्केट में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा देती है।
इंडसइंड बैंक के शेयर सोमवार को बाजार के बंद होने के समय पर बीएसई में 0.22 प्रतिशत की तेजी के साथ 784.05 रुपये के लेवल पर बंद हुआ था।
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