
नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल(West Bengal) के उत्तर 24 परगना(North 24 Parganas) जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा(India-Bangladesh border) पर एक चौंकाने वाला मामला(A shocking case) सामने आया है, जहां बांग्लादेश पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। अधिकारियों के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने हाकिमपुर बॉर्डर आउटपोस्ट के पास शाम 6 से 7 बजे के बीच इस अधिकारी को रोका।
बीएसएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदिग्ध बांग्लादेशी अधिकारी को हिरासत में लिया और बाद में उसे पश्चिम बंगाल पुलिस के हवाले कर दिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अधिकारी अवैध रूप से भारतीय सीमा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहा था। हालांकि, घुसपैठ के उद्देश्य और अन्य विवरणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और बीएसएफ के साथ मिलकर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह कोई सुनियोजित साजिश थी। उस व्यक्ति के पास से मिले पहचान पत्रों से उसके बांग्लादेशी पुलिस से जुड़े होने की पुष्टि हुई है।
सीमा सुरक्षा बल ने पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया और एक दुर्लभ जंगली बिल्ली को बचाया। शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया। इसके अनुसार उम्मीद की जा रही है कि बचाया गया प्राणी अफ्रीकी सर्वल बिल्ली है।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर द्वारा जारी बयान के अनुसार, यह घटना 22 अगस्त की सुबह उस समय हुई जब नटना अग्रिम सीमा चौकी पर तैनात 56वीं बटालियन के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास पांच से छह तस्करों की संदिग्ध गतिविधियां देखीं।
बयान में कहा गया है कि जवानों ने संदिग्ध तस्करों को चुनौती दी और उनकी ओर बढ़े। बीएसएफ कर्मियों को देखते ही तस्कर घने जंगल का फायदा उठाकर बांग्लादेश की ओर भाग गए। इसके बाद बीएसएफ जवानों ने इलाके की तलाशी ली और एक लकड़ी का बक्सा जब्त किया जिसमें एक दुर्लभ जंगली बिल्ली (जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह अफ्रीकी सर्वल बिल्ली है) जीवित पाई गई।
बचाए गए प्राणी को वन विभाग को सौंप दिया गया। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने कहा, “बीएसएफ कर्मियों की सतर्कता और समय पर की गयी कार्रवाई ने वन्यजीव तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया।” अधिकारियों ने कहा कि बिल्ली की सटीक प्रजाति की पुष्टि वन विभाग द्वारा की जाएगी।
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